चंडीगढ़ : पंजाब विश्वविद्यालय , पीजीआई चंडीगढ़ के शोध छात्र एवं अन्य छात्रो द्वारा संचालित मंच ‘वीर भारत’ ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में देश के लोगो को कोल्ड ड्रिंक मुक्त भारत में सहयोग देने का आह्वाहन किया ।
वीर भारत मंच के सयोंजक ने बताया की आज भारत के युवाओं में युवाओं में सॉफ्ट ड्रिंक पीने का एक प्रचलन चल पड़ा है जिसे कई लोग शौक के लिए पीते हैं तो कई लोग एक स्टेटस सिंबल के पेड़ पर पीते हैं इससे स्वास्थ्य पर होने वाले हानिकारक प्रभाव के चलते वीर भारत मंच ने कोल्ड ड्रिंक मुक्त भारत का आह्वाहन किया है वीर भारत मंच के संयोजक जोकि विज्ञान के क्षेत्र में रिसर्च स्कॉलर हैं इससे जुड़े कुछ तथ्यों को उजागर किया है।
एक जानकारी के अनुसार भारत में कोल्ड ड्रिंक के 64 कारखाने हैं लेकिन भारत के शेयर बाजार मैं इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन तक नहीं है मुंबई एवं दिल्ली स्टॉक एक्सचेंज में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है जिसके कारण इनके कमाई का आंकड़ा मिलना असंभव होता है एक आकलन मैं पता लगा है की एक बोतल कोल्ड्रिंग जो 300 ml की होती है उस पर 70 पैसे की लागत आती है अगर वह बोतल 10 कभी बिकती है तो मुनाफा 1500 % का है ।
वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य संबंधी हानिकारक प्रभावों का आकलन करना ही बहुत मुश्किल है सॉफ्ट ड्रिंक में मिले अतिरिक्त शक्कर कैफिन एवं रंग से डायबिटीज मोटापा हड्डी कमजोर होना हृदयरोग होना कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां होती हैं, अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन इपीडिमोलोजी एंड प्रिवेंशन न्यूट्रीशन की एक रिपोर्ट के अनुसार सॉफ्ट ड्रिंक मोटापा बढ़ाता है जिससे मधुमेह हृदय एवं फेफड़ों से जुड़ी खतरनाक बीमारियों के साथ कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है ।
एक आकलन के अनुसार वर्ष 2013 तक विश्व में सालाना कुल 180000 लोगों की जान कोल्ड्रिंग से जाती है जिसमें 136000 मौते मधुमेह से 6000 मौते कैंसर से 44000 हृदय रोग फेफड़े की बीमारियों से एवं 78000 मोते अधिक सॉफ्ट ड्रिंक पीने से हुई हैंकोल्ड ड्रिंक मैं मिलाए जाने वाले कुछ रासायनिक तत्वों में जैसे सोडियम मोनो ग्लूटामेट है विश्व भर के वैज्ञानिक कहते हैं यह कैंसर करने मैं मुख्य भूमिका निभाता है ।
कोल्ड्रिंक में पोटेशियम सोरबेट, ब्रोमिनेटेड वेजिटेबल ऑयल भी मिलाया जाता है जिसके कारण भी कैंसर होता है मिथाइल बेंजीन जैसा खतरनाक रसायन भी सॉफ्ट ड्रिंक को तैयार करने में प्रयोग किया जाता है जिससे मूत्र नली एवं लीवर का कैंसर होता है । मैथिल बेंजोएट, सोडियम बेंजोएट को बतौर प्रिजर्वेटिव उपयोग किया जाता है जो बहुत खतरनाक रसायन है एंडोसल्फान नामक रसायन का कुछ मात्रा में प्रयोग सॉफ्ट ड्रिंक बनाने में प्रयोग किया जाता है जो कि एक पेस्टिसाइड है कार्बन डाई ऑक्साइड नमक जहरीली गैस का भी सॉफ्ट ड्रिंक बनाने में उपयोग किया जाता है ।