2014 के लोकसभा चुनाव और फिर कई राज्यों में विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद कांग्रेस की समस्याएं खत्म होती नजर नहीं आ रही हैं। जहां एक ओर राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपने को लेकर तरह-तरह की खबरें आ रही हैं तो छत्तीसगढ में कांग्रेस में फूट के संकेत भी मिल रहे हैं।
पांच राज्यो में हुए विधानसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस में सत्ता संघर्ष जारी है। पार्टी संगठन में बदलाव की अटकलों के बीच कई नेता राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमिरंदर सिंह समेत कई नेता राहुल के पक्ष में बयानबाजी कर रहे हैं। इन्हीं घटनाक्रमों के बीच अमरिंदर सिंह ने राहुल गांधी से मुलाकात की और फिर कहा कि फैसला आलाकमान को करना है।
राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलों पर भाजपा ने भी तंज कसा है। बीजेपी नेता पीयूष गोयल ने कहा है कि इस फैसले से बीजेपी के कांग्रेस मुक्त संकल्प को और बल मिलेगा और देश में बीजेपी को ज्यादा मजबूती मिलेगी। स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने से बीजेपी के अच्छे दिन आएंगे।
कांग्रेस हाईकमान में बदलाव के संकेत के बाद कांग्रेस में एक बड़ी फूट की खबर छत्तीसगढ से आ रही है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेसी नेता अजीत जोगी पार्टी छोड़कर नई पार्टी बनाने को तैयारी कर रहे हैं। अजीत जोगी 6 जून को अपने समर्थको से चर्चा के बाद नई पार्टी के नाम का ऐलान कर सकते हैं।
गौरतलब है कि अजीत जोगी लंबे समय से पार्टी में खुद की हैसियत कम होने के चलते नाराज चल रहे हैं। राहुल गांधी से भी इनके संबंध बेहतर न होने की मीड़िया रिपोर्ट आती रही हैं।
अजीत जोगी ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस इकाई के काम करने के तरीके पर भी सवाल उठाए हैं। कुल मिलाकर कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव की ख़बर और संगठन में फूट पर कांग्रेस मुश्किल में घिरी नज़र आ रही है।