राजकुमार ढाका : भारत की चरित्रवान जनता की तरफ से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को खूब खूब साधुवाद एवं धन्यवाद । मोदी सरकार का ऐतिहासिक फैसला । भारतीय संस्कृति, समाज, नवयुवक एवं युवतियों का जमकर चारित्रिक पतन करने वाली अश्लील पोर्न साइट्स को मोदी सरकार ने बैन कर दिया ।
कुछ गंदे लोग इसका विरोध कर रहे है । धिक्कार है इन नीच लोगों को । इन सभी बदमाशों का सामूहिक बहिष्कार होना ही चाहिए । हे भारतवासियों इन निचो के नाम, काम और इनकी राजनैतिक पार्टियों को याद रखों । जब यह लोग आपके पास आये तो इन्हे जमकर जूतों से पीटो । इन बेशर्मो को देखो तो कैसे उल जुलूल तर्क दे रहे है । अब तो इन कुकर्मियों को इनके घर की माँ बहनों को भी पॉर्न इंडस्ट्री मे भेज देना चाहिए ।
जैसा की मोदी जी ने चोरी-चोरी चलने वाली 857 पोर्न साइट्स को बैन कर दिया है. इस बैन पर सोशल मीडिया से लकेर रकाजनीतिक गलियारों में कुछ कला मुह करने वाले लोग मोदी सरकार पर जमकर गुस्सा कर रहे हैं .
कॉंग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा का कहना है कि सरकार की ओर से इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को 857 पोर्न वेबसाइट्स को प्रतिबंधित करने का आदेश दिया जाना देश के ‘तालिबानीकरण’ जैसा है.
फिल्मकार रामगोपाल वर्मा ने भी पोर्न वेबसाइट्स पर रोक लगाने के सरकार के फैसले पर विरोध जाहिर किया कि ‘सरकार का निजी आजादी को किसी तरह से नुकसान पहुंचाना देश की सामाजिक प्रगति को पीछे की ओर ले जाना है.’
लेखक चेतन भगत इसके विरोध मैं कहते हैं पोर्न पर बैन आजादी के खिलाफ, अव्यवहारिक और लागू ना किए जा सकने वाला है. और राजनीतिक रूप से भी बुद्धिमता वाला कदम नहीं है और इससे बचा सकता है. लोगों की निजी जिंदगी को मैनेज ना करें.