ये तो बार बार इतिहास ने बताया है कि सत्ता का शिखर, अच्छे शासन की गारंटी तो बिल्कुल नहीं देता। ये बात दिल्ली का आप सरकार पर कई बार सही बैठती दिखती है। कभी विधायकों मंत्रियों की फर्जी डिग्री का मामला, तो कभी ज़मीन के फ़र्ज़ीवाड़े, कर्मचारी से मारपीट, तो कभी घरेलू हिंसा जैसे मामलों में जेल की यात्रा ये तो सिर्फ कुछ प्रतीक हैं, लेकिन शुक्रवार को आम आदमी पार्टी को कई झटके एक साथ लगे।
दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार के लिए शुक्रवार का दिन मुश्किलों भरा का रहा। एक ओर जहां केंद्र के साथ अधिकारों के मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने उसकी अर्जी सुनने से इंकार कर दिया, वहीं पार्टी के एक और विधायक पर बदसलूकी और छेड़खानी का आरोप लगा है।
पार्टी को झटका केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के मामले में भी लगा है, जहां सीबीआई को राजेंद्र कुमार के खिलाफ सबूत मिले हैं। केंद्र के साथ अधिकारों के टकराव को लेकर दिल्ली सरकार ने हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र के ख़िलाफ़ दिल्ली सरकार की अर्जी पर सुनवाई करने से मना कर दिया है। साथ ही यह भी कहा है कि मामले में हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार किया जाए।
गौरतलब है कि हाईकोर्ट में भी दिल्ली सरकार ने ही अर्जी दायर की थी, जिसमें इस मामले की सुनवाई के हाईकोर्ट के अधिकार क्षेत्र को चुनौती दी गई थी। मामले की सुनवाई हाईकोर्ट में पूरी हो चुकी है और कोर्ट ने अपना फैसला भी सुरक्षित रख लिया है।
अदालत के फैसले पर बीजेपी जहां केजरीवाल के खिलाफ आक्रामक हो गई है, वहीं आप बचाव की मुद्रा में है।
उधर आम आदमी पार्टी के विधायक एक के बाद एक कानून के शिकंजे में फंसते नजर आ रहे हैं। दिल्ली के देवली इलाके के विधायक प्रकाश जारवाल पर एक महिला ने बदसलूकी व छेड़खानी का आरोप लगाया है। महिला की शिकायत पर ग्रेटर कैलाश थाने की पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
महिला ने आरोप लगाया है कि 2 जून को वह पानी के मसले को लेकर ग्रेटर कैलाश के दिल्ली जल बोर्ड के दफ्तर गई तो विधायक ने उन्हें धक्का मारते हुए उनके साथ दुर्व्यवहार किया। हालांकि विधायक ने मामले को राजनीतिक साजिश बताया है।
बता दें कि हाल ही में पार्टी के एक और विधायक दिनेश मोहनिया पर भी इसी तरह के आरोप लगे थे। मोहनिया को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। इससे पहले भी आप के कई विधायक और मंत्री फर्डी डिग्री, ज़मीन के फ़र्ज़ीवाड़े, कर्मचारी से मारपीट और घरेलू हिंसा जैसे मामलों में जेल जा चुके हैं।
इस बीच केजरीवाल को मानहानि के एक मामले में जमानत मिल गयी है। केजरीवाल ने बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके खिलाफ़ विधूड़ी ने पटियाला हाउस कोर्ट मे आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया था, जिसमें फिलहाल केजरीवाल को जमानत मिली है।
उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पूर्व प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। भ्रष्टाचार के मामले में फंसे राजेंद्र कुमार के एक ऑडियो क्लिप की सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में जांच के दौरान उनकी आवाज की पुष्टि हुई है। इस क्पिल में राजेंद्र कुमार अन्य आरोपियों के साथ लेनदेन से जुड़ी बातचीत कर रहे हैं।
गौरतलब है कि राजेंद्र कुमार फिलहाल सीबीआई की हिरासत में हैं। सीबीआई ने 50 करोड़ रुपये से अधिक के सरकारी ठेके दिए जाने में एक निजी कंपनी को अनुचित फायदा पहुंचाने के एक मामले में राजेंद्र कुमार और चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था।