उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता विरोधी दल रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद बहुजन समाज पार्टी के एक और महासचिव आरके चौधरी ने आज पार्टी छोड़ने का एलान किया।
चौधरी ने मीडिया से कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती को अब कैडर और जमीनी कार्यकर्ता के बजाय ठेकेदार, माफिया और रियल इस्टेट का काम करने वालों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मायावती ने बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर और बसपा संस्थापक कांशीराम के आदर्शों से किनारा कर लिया है और वह सिर्फ दौलत कमाने में लग गई हैं।
उधर, बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर ने कहा कि आरके चैधरी के जाने से पार्टी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। वह संगठन में काम करने का वायदा करके आए थे, जिसे तोड़कर वह लोकसभा चुनाव हारने के बाद विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे।