भारतीय जनता पार्टी का आज स्थापना दिवस मनाया गया। इस मौके पर कांस्टीट्युशनल क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में पार्टी नेताओं ने अपने पुराने नेताओं को याद करते हुए पार्टी के काम को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया।
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि जनसंघ का गठन कर महान नेताओं ने जिस वैकल्पिक विचार धारा को सामने रखा था वो आज देशभर में स्वीकार्य है। बीजेपी की पहचान राष्ट्रवादी पार्टी के रूप में है और पार्टी की इस पहचान पर ऑच न आए, ये उन सब की जिम्मेदारी है।
अमित शाह ने कहा कि 35 साल के सफर में बीजेपी ने नई-नई ऊचाइयों को छुआ है, लेकिन ये सफर कई उतार-चढ़ावों से भरा रहा है। वर्ष 1996 में केन्द्र में अटल बिहारी बाजपेयी की अगुवाई में पहली बार बीजेपी की सरकार बनी लेकिन लोकसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाई।
वर्ष 1998 में भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार बनी जो केवल 13 महीने ही चल पाई। उसके बाद 1999 में फिर सत्ता में वापस लौटी भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पूरे पांच साल चली।
ये पहली गैर कांग्रेसी सरकार थी जिसने केन्द्र में अपना कार्यकाल पूरा किया।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी के नेतृ्त्व में भाजपा ने ऐसी ऐतिहासिक जीत हासिल की जो किसी भी गैरकांग्रेसी दल को हासिल नहीं हो पाई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक ,कच्छ से अरूणाचल तक जनता ने बीजेपी पर भरोसा जताया है और जनता बीजेपी को अपने सपने पूरे करने वाले दल के रूप में देखती है। उन्होंने कहा कि जहां भी बीजेपी की सरकार है पार्टी ने जनता की अनुकरणीय तरीके से सेवा की है।
वर्ष 1951 से 6 अप्रैल 1980 तक जनसंघ से भारतीय जनता पार्टी के जन्म लेने के सफर तक शायद ही ये विश्वास किसी को रहा होगा कि एक दिन बीजेपी अपने दम पर केन्द्र की सत्ता हासिल करेगी और देश के 13 राज्यों में बीजेपी और उसके सहयोगियों की सरकार होगी।
वर्ष 1984 में लोकसभा में दो सांसदो से 2104 आते-आते बीजेपी 282 सांसदों के आकड़े तक पहुंच चुकी है। चुनावी सफलता के लिहाज से ही नहीं बल्कि संगठन की दृष्टि से भी भाजपा का देशभर में विस्तार देखने को मिल रहा है।
सदस्य संख्या के लिहाज से भाजपा दुनिया कi सबसे बड़ा राजनैतिक दल बन चुकी है।