पुरी की प्रसिद्ध भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा बुधवार से शुरू हो गई। इस धार्मिक यात्रा में देशभर से आए हजारों श्रृद्धालु हिस्सा ले रहे हैं। पुरी और अहमदाबाद के साथ ही राजधानी दिल्ली में भी इस यात्रा को लेकर पूरा उत्साह देखने को मिला। इन सभी जगहों पर रथयात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
ओडिशा की पवित्र नगरी पुरी में बुधवार को विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा पूरे उल्लास और धार्मिक रस्मो-रिवाज़ के साथ शुरू हो गई है। नौ दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में शामिल होने के लिए दुनियाभर से तकरीबन 5 लाख लोग पुरी पहुंचे हैं।
भक्तों ने भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की मूर्तियों की पूजा-अर्चना की। रथयात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ में सवार होकर मौसी के घर जाते हैं। इस पवित्र रथ को खींचने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ रहती है। हजारों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा के लकड़ी से बने तीन विशाल रथ रस्सों से खींचकर जगन्नाथ मंदिर से देवी गुंडिच्चा मंदिर ले जाते हैं।
पुरी की जगन्नाथ यात्रा के बाद अहमदाबाद में देश की दूसरी सबसे बड़ी रथयात्रा गुजरात के अहमदाबाद में भी होती है। यहां मंगला आरती के साथ रथयात्रा शुरू हुई।
अहमदाबाद में पिछले 139 साल से इस धार्मिक रथयात्रा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देश विदेश से शामिल होने के लिए लाखों लोग आते हैं। बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने भी यहां पहुंचकर पूजा-अर्चना की।
उधर कोलकाता में इस्कॉन द्वारा आयोजित रथयात्रा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिस्सा लिया। रायपुर में मुख्यमंत्री रमन सिंह भी रथयात्रा में शामिल हुए।
पुरी और अहमदाबाद के साथ ही राजधानी दिल्ली में भी इस यात्रा को लेकर पूरा उत्साह देखने को मिला। इन सभी जगहों पर रथयात्रा के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।