देश के पूर्व और लोकप्रिय राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के पार्थिव शरीर को दिल्ली जा चुका है। देश के महान सपूत के सम्मान में 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई।
पूर्व राष्ट्रपति डा कलाम के पार्थिव शरीर को दिल्ली लाया जा चुका है। उनके पार्थिव शरीर को शिलांग से गुवाहाटी लाया गया फिर वहां से हवाई जहाज से दिल्ली लाया गया है।
गुवाहाटी एयरपोर्ट पर असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर पूरा देश शोक की लहर में डूबा है।
कल शिलांग के बेथानी अस्पताल में डॉ. कलाम के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए भारी संख्या में लोगों का जनसमूह उमड़ पड़ा।
(होल्ड)< पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का कल शाम 7 बजकर 45 मिनट पर निधन हो गया।
डॉ कलाम के निधन पर देशभर में 7 दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है जो 2 अगस्त तक रहेगा।
इस दौरान इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और किसी प्रकार के आधिकारिक उत्सव का कार्यक्रम नहीं होगा।
पाकिस्तान सरकार ने भी भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कि वह अपनी सराहनीय सेवाओं के लिए याद किए जाएंगे।
धर्मनिरपेक्षता डॉ कलाम के रोम रोम में बसी हुई थी। उनके लिए धर्म लोगों को आपस में जोड़ने वाली एक अनोखी शक्ति थी।वे जहां भी जाते मानवता को आपस में जोड़ने वाली इस अलौकिक शक्ति की क्षमताओं का उल्लेख जरूर करते थे।
जम्मू विश्वविद्यालय के एक दीक्षांत समारोह में धर्म और मानवता विषय पर उनके उदगार लोगों को हमेशा प्रेरणा देंगे।