यह है पण्डित महेंद्र पाल आर्य उर्फ़ महबूब अली खान । इनका जन्म कलकता के एअक मुस्लिम परिवार में हुआ , इनका कहना हे की 1983 तक यह हिंदी एवं संस्कृत बिलकुल नहीं जानते थे परन्तु स्वामी सत्य प्रकाश सरस्वती जी द्वारा आर्य समाज की उर्दू में लिखी किताब पढ़ कर वह आर्य समाज की तरफ आकर्षित हुए
इसके बाद इन्होने हिंदी एवं संस्कृत का ज्ञान प्राप्त किया इनके तिन बचो ने भी इस्लाम धरम को त्याग दिया और हिन्दू धरम को ग्रहण किया परन्तु इनकी पत्नी एवं दो बचो ने इस्लाम को नहीं त्यागा
ये पहले मौलवी थे तो 3 4 जिल्हो में इनकी ठाट थी । इन्होंने वेदों को पढ़ा और हिन्दू बन गए । जिसके बाद इन्होंने जाकिर नाइक को चैलेंज किया और हफ्ते में एक बार आज भी उसे पत्र लिख कर चैलेंज करते है । पर जाकिर इनके आगे खड़ा तक नहीं होता ।
जाकिर को अरबो का चंदा आता है । पर पंडित जी बड़ी मुश्किल से अपने घर का गुजारा यज्ञ हवन कर के चलाते है । फिर भी इस इंसान की ईमानदारी देखो । इन्हें मुस्लिम और ईसाई करोडो का ऑफर दे चुके है । एक डिबेट हारने के लिए इन्हें लाखो देने तैयार है पर ये हिंदुत्व से नहीं भटके और अपने मार्ग पर कायम है ।
इनकी बेटिया वेदों की बहुत ज्ञानी है और इनके ही राह पर चल रही है । पंडित जी को आप youtube पर भी सुन सकते हो । जाकिर नाइक के गुरु को भी इन्होंने हराया है । फिर भी आज हिन्दूओ की विडम्बना देखो । ढोंगी पाखंडियो और मुल्लो के मजारो पर हिन्दू करोडो चढ़ा देता है । पर जो इंसान सच में धर्म के लिए लड़ रहा है उसका ख्याल रखना तो छोड़ो साथ तक नहीं देता ।
पण्डित महेंद्र पाल आर्य उर्फ़ मौलवी महबूब अली खान ने कई हिन्दू लोगो को मुस्लमान बनने से बचाया