आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से इसरो ने पहली बार स्वदेशी, पुन: इस्तेमाल किए जा सकने वाला प्रक्षेपण यान (आरएलवी) को किया प्रक्षेपित।
यह यान भारत में निर्मित स्वदेशी आरएलवी है। स्वदेशी स्पेस शटल का सफल परीक्षण कर भारत ने अंतरिक्ष में एक और कामयाबी हासिल कर ली। आज सुबह करीब 7 इसका परीक्षण किया गया जो सफल रहा।
आरएलवी प्रौद्योगिकी प्रदर्शन का मुख्य लक्ष्य पृथ्वी की कक्षा में उपग्रह पहुंचाना और फिर वायुमंडल में दोबारा प्रवेश करना था, यान को एक ठोस रॉकेट मोटर से ले जाया गया। नौ मीटर लंबे रॉकेट का वजन 11 टन है।