अजमेर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा राजस्थान के अजमेर में प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन आयोजित किया गया | जिसमे संघ के अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख श्री अनिल ओक जी का मुख्य वक्ता के रूप में संबोधन हुआ | कार्यक्रम का प्रारम्भ भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ | इसके पश्चात महानगर संघचालक श्री सुनील जी जैन द्वारा संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा 2015 में पारित प्रस्तावों का वाचन किया गया |
मुख्य वक्ता श्री अनिल ओक जी ने कहा कि हिन्दुत्व ही राष्ट्रीयत्व है | ‘हिन्दू’ यह शब्द किसी पूजा पद्धति का पर्याय नहीं है, अपितु संस्कृति है | लाखों वर्षो से संचित ऐसे मूल्यों का पर्याय है, जिसकी बड़ी कीमत हमारे पूर्वजों ने चुकाई है | राम, भरत, सावित्री, चाफेकर बन्धुओं की मां और गुरूगोविन्द सिंह के पुत्रों का उदाहरण देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि कीमत चुकाने पर ही मूल्य स्थापित होते हैं | भारत की धरती पर इसी प्रकार के मूल्यों का संचय हिन्दुत्व के नाम से जाना जाता है | यही हिन्दुत्व का भाव जब-जब कमजोर हुआ, तब भारत पर संकट आये |
उन्होंने वीर सावरकर का उदाहरण देते हुए स्पष्ट किया कि स्वयं निर्वंश रहकर देश हित में जीवन जीने वाले ही हमारे वास्तविक पूर्वज हैं जो युगों तक प्रेरणा देते रहेंगे | अपने घरों पर हम ऐसे महापुरूषों के चित्र ही लगाते हैं, जिन्होंने अपना जीवन देशहित में जिया है | हमारे यहां धन की नहीं, त्याग की पूजा की जाती है |
उन्होंने समाज से आह्वान किया कि वे हिन्दुत्व और संघ के सन्दर्भ में अनुभव के आधार पर अपना प्रबोधन स्वयं करें और संघ के समर्थक ही नहीं, अपितु स्वयंसेवक बनें ताकि विश्व को भारत के जिस स्वरूप की प्रतीक्षा है, वह शक्ति वैभव-सम्पन्न भारत हम शीघ्र निर्मित कर सकें |