जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय परिसर में कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में भारत विरोधी नारे लगाने की बात सामने आई , और उस कार्यक्रम के आयोजक कन्हैया विवाद में घिरे रहे जहाँ देश प्रेमी लोगो ने जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय में भारत विरोधी नारे लगाने वाले छात्रों की कड़ी आलोचना करी और उन्हें सजा देने की मांग भी करी वही उन छात्रों को विपक्ष के राजनितिक दलों का समर्थन भी मिला है। जहाँ कुछ नेता कन्हैया की जमकर तारीफ कर रहे थे वही एक 10th क्लास में पढ़ने वाली छात्रा जाह्नवी बहल ने कन्हैया को खुली बहस करने की चुनौती दे डाली है।
जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया को चुनौती उसके द्वारा प्रधान मंत्री नरेंदर मोदी जी के विरुद्ध अनुचित शब्दों का प्रयोग करने के लिए दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली जाह्नवी बहल ने दे डाली। आज लोगो में जाह्नवी की दबंग बात के चर्चे हो रहे हैं और कहा जा रहा हे अगर कन्हैया वाद विवाद को आगे आता हे तो यह लड़की उसके घमंड को चूर चूर कर देगी, उसके करीबी लोगो का कहना हे की कन्हैया वाद विवाद में जाह्नवी से कभी भी जीत नहीं सकता चाहे वह किसी भी पत्रकार से एक माह की कलास लगा ले
जाह्नवी का कहना हे की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दिए गए कन्हैया के भाषणों की निंदा करती हे और किसी भी समय कन्हैया से इस बहस करने के लिए तैयार हैं। जाह्नवी ने कन्हैया को सलाह डी हे की उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। प्रधानमंत्री देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। यदि उनको ही अपमानित किया जाने लगा तो देश की साख पर बुरा असर पड़ेगा। कन्हैया राजनीति से प्रेरित होकर इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।