प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि समूचे विश्व ने आतंकवाद से भारत को हुए नुक़सान को स्वीकार किया है और आतंकवाद पर भारत के रुख की पूरी दुनिया तारीफ़ कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत की वार्ता का आज नतीजा यह निकला है कि पूरी दुनिया आतंकवाद के मसले पर भारत के रुख से सहमत है और इस पड़ोसी देश के लिए आतंकवाद पर अपने नजरिए को उचित ठहराना मुश्किल हो गया है।
प्रधानमंत्री ने टेलीविजन चैनल को दिए गए साक्षात्कार में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा है कि पहले भारत जब आतंकवाद की समस्या के बारे में कोई बात कहता था तो कोई देश उसे मानता नहीं था लेकिन आज पूरी दुनिया इस बात को समझ गई है कि भारत आतंकवाद के बारे में जो कह रहा है, वह सही है।
पाकिस्तान के हालात पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ लक्ष्मण रेखा का फैसला किसके साथ करोगे, चुनी हुई सरकार के साथ या अन्य तत्वों के साथ? इसलिए भारत को हरपल सजग और चौकन्ना रहना पड़ेगा। इसमें कभी भी ढ़िलाई या कोताही नहीं बरतनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि उनके इन तमाम प्रयास, जैसे उनका लाहौर जाना, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को यहां बुलाना आदि के कारण विश्व एक स्वर से भारत की भूमिका को सराह रहा है और पाकिस्तान को जवाब देने में मुश्किल हो रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये दुनिया देख रही है। अगर हम रुकावट बनेंगे तो दुनिया को हमें समझाना पड़ता है कि नहीं भाई हम ऐसे नहीं हैं। आज दुनिया को समझाना नहीं पड़ रहा है।
परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह की सदस्यता के सवाल पर नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमें एसओसी और एमटीसीआर की सदस्यता मिली है, एनएसजी के लिए प्रयास जारी हैं और इस मुद्दे पर चीन के साथ हमारी बातचीत जारी रहेगी