By Dharampal : टीवी से अपने करिअर की शुरुआत करने वाली यमी गौतम ने फिल्म च्विकी डोनरज् से बॉलीवुड में एंट्री की और पहली ही फिल्म ने उन्हें हिट कर दिया। च्विकी डोनरज् की सुपर कामयाबी के बाद उन्हें कई फिल्मों के ऑफर मिले, लेकिन उन्होंने केवल चुनिंदा फिल्में ही साइन कीं। हालांकि उनकी बाद की दो फिल्में च्टोटल स्यापाज् और च्एक्शन जैक्शनज् नहीं चलीं, लेकिन इसके बाद आई उनकी फिल्म च्बदलापुरज् सुपरहिट रही। ऐसे में वह लगातार मांग में बनी हुई हैं और उनके पास अच्छी फिल्में हैं। पेश है, यमी गौतम से हुई बातचीत के प्रमुख अंश :-
अपनी नई फिल्म च्सनम रेज् के बारे में कुछ बताएं?
च्यारियांज् फेम डायरेक्टर दिव्या खोसला कुमार के निर्देशन में बन रही इस फिल्म का निर्माण टी-सीरीज कर रही है। यह एक म्यूजिकल लवस्टोरी होगी, जिसमें मेरे साथ पुलकित सम्राट, उर्वशी रौतेला एवं ऋषि कपूर जैसे कलाकार है। ऋषि जी इस फिल्म में पहली बार बुजुर्ग का किरदार निभा रहे हैं। च्सनम रेज् की शूटिंग हमने हाल ही में उद्दाख की खूबसूरत वादियों में भयंकर ठंड में की है।
सुनने में आया था कि वहां आप बीमार हो गई थीं?
हां, वहां ठंड की वजह से मेरी तबीयत काफी खराब हो गई थी। ऐसे में डॉक्टरों ने मुझे काम से फुरसत लेकर आराम करने की सलाह दी थी, लेकिन मैं नहीं चाहती थी कि शूटिंग को रोककर प्रोड्यूसर का वक्त और पैसा जाया किया जाए, साथ ही मेरे कारण टीम मेंबर्स को किसी तरह की परेशानी हो। इसलिए तबीयत खराब होने के बावजूद मैंने बिना रुके शूटिंग पूरी की।
आजकल आप किसिंग सीन से परहेज नहीं कर रही हैं। क्यों?
क्योंकि वह किसिंग सीन कहानी की डिमांड थी और मैंने उस डिमांड को पूरा करने के लिए ये सीन दिए हैं। इसीलिए वह कहीं से ठूंसे हुए नहीं लगते हैं। जहां तक एक्सपोजर और इंटीमेट सीन की बात है, तो अंग प्रदर्शन करना मेरे लिए बहुत अहमियत नहीं रखती है, बशर्ते यह कहानी और किरदार की डिमांड हो।
आपने तो एक्सपोज न करने का कारण बताकर ही च्शौकीनज् में काम करने से किनारा किया था?
नहीं, एक्सपोजर कोई कारण नहीं था, बल्कि उस किरदार की डिमांड कुछ अलग थी। दरअसल फिल्म की कहानी की मांग एक हॉट अदाकारा थी, जबकि मेरा लुक ऐसा नहीं है कि उसे हॉट रूप में पेश किया जा सके। इसीलिए, मैंने इस फिल्म में काम करने से मना कर दिया।
और क्या चीज पसंद नहीं है?
मुझे आइटम सॉन्ग भी पसंद नहीं है, इसलिए आइटम नंबर करने में भी मेरी कोई दिलचस्पी भी नहीं है। हालांकि, बॉलीवुड की कई हीरोइनें ऐसा कर रही हैं, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सकती।
किस तरह का काम करना चाहती हैं?
मुझे अच्छा काम करना है। माध्यम और भाषा से मुझे कोई परहेज नहीं। मेरे लिए कहानी व किरदार अहमियत रखते हैं। तभी तो पिछले साल मैंने तमिल और तेलुगू की तीन फिल्में कीं।
किस तरह की फिल्म और कैसे किरदार निभाना चाहती हैं?
मैं मैसेजफुल फिल्में करना चाहती हूं, चाहे वह किसी भी जॉनर की क्यों न हो। मैं रोमांटिक, कॉमेडी, इमोशनल… हर तरह के किरदार निभाना चाहती हूं। अगर दमदार नेगेटिव रोल भी करने को मिले, तो जरूर करूंगी। वैसे, आज बॉलीवुड में भी काफी अलग तरह की फिल्में बन रही हैं। ऐसे में बतौर एक्ट्रेस नए रोल की काफी गुंजाइश है। पीरियड फिल्म करने की भी तमन्ना है। च्मुगल-ए-आजमज् जैसी कॉस्टयूम और ड्रामा वाली फिल्म करने की तमन्ना है। मैं च्ग्लैडिएटरज् जैसी फिल्में भी करना चाहती हूं। कुछ अलग तरह का काम करने की इच्छा है। अच्छे निर्देशकों के साथ विविधतापूर्ण किरदार निभाने की तमन्ना है। वैसे मैंने अब तक तो अलग तरह का ही काम किया है।
आने वाली अन्य फिल्मों के बारे में बताएं?
च्सनम रेज् के हीरो पुलकित सम्राट के साथ मैं एक अन्य फिल्म च्जुनूनियतज् भी कर रही हूं और इसकी भी शूटिंग हमने कश्मीर में की है। इसके डायरेक्टर विवके अग्निहोत्री हैं। निर्माता और लेखक अंजुम रिज्वी की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म कर रही हूं, जिसमें मेरे अपोजिट शरमन जोशी हैं। अंजुम की इस रोमांटिक-कॉमेडी फिल्म का निर्देशन शिवम नायर कर रहे हैं। फिल्म ऐसे दो अलग-अलग तरह के लोगों की कहानी हैं, जो अपरंपरागत परिस्थितियों में एक दूसरे के प्यार में पड़ जाते हैं।
च्एक्शन जैक्शनज् में अजय देवगन जैसे स्टार के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
अजय देवगन के साथ काम करने का अनुभव बेहद अच्छा रहा और उनके साथ कभी कोई परेशानी नहीं हुई। इसकी वजह यह है कि वह सामने वाले को बेहद नॉर्मल फील कराते हैं। वह उम्दा एक्टर के साथ बेहद अच्छे को-स्टार एवं इंसान भी हैं।
कामयाबी और नाकामी को किस रूप में लेती हैं?
इंडस्ट्री में मेरा अनुभव बहुत पुराना नहीं है। ऐसे में अब तक के काम के दौरान मैंने अपने सीनियर्स और अपने हमउम्र/ समकालीन कलाकारों से यही सीखा है कि किसी फिल्म की कामयाबी और नाकामी किसी के हाथ में नहीं होता है। एक बार फिल्म रिलीज हो गई, तो उसके बाद कोई कुछ कर नहीं सकता। जाहिर है फिल्म न चलने पर बुरा लगता है, क्योंकि हमने उसके लिए मेहनत की होती है, लेकिन आगे बढ़ना होना ही होता है। हम एक जगह पर रुक नहीं सकते। मेरे ख्याल से सभी स्टार्स ने ये दोनों चीजें देखी हैं और उससे आगे बढ़े हैं।
आजकल आपके फैशन और स्टाइल सेंस की काफी तारीफ हो रही है। आपका स्टाइल मंत्र क्या है?
इंडस्ट्री में मैंने ये सीखा है कि फैशन और स्टाइल के मामले में आपका एटिट्यूड सबसे ज्यादा मायने रखता है। आप जो भी पहनते हैं, अगर सही ऐटिट्यूड और कॉन्फिडेंस के साथ कैरी करते हैं, तो अपना खुद-ब-खुद स्टाइलिश और खूबसूरत दिखेंगे। मैं अपनी बात करूं, तो मैं तो किसी मॉडलिंग बैकग्राउंड से भी नहीं थी। इसलिए मुझे फैशन के बारे में उतना पता भी नहीं था। मैंने अपने हिस्से की गलतियां कीं और उनसे सीखा। आज भी मैं यह नहीं कह सकती कि मैं इस मामले में बिल्कुल परफेक्ट हो चुकी हूं। मैं आज भी सीख रही हूं।
आपकी स्टाइल आइकन कौन है?
मॉडल टायरा बैंक। वह बहुत ही खूबसूरती से अपनी ड्रेसेज को कैरी करती हैं। जो पहनती हैं, उसमें एलिगंट और साथ ही ग्लैमरस भी दिखती हैं। रैंप पर उनका कॉन्फिडेंस और एटिट्यूड गजब का होता है। इसलिए मुझे लगता है कि अगर आपको स्टाइलिश लगना है, तो एटिट्यूड सबसे ज्यादा जरूरी है।