अक्टूबर 15, 2018 : गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के चौधरी रणवीर सिंह सभागार में महिलाओं के विरुद्ध होने वाले साइबर अपराध के प्रति छात्राओं को जागरुक किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय महिला आयोग एवं साइबर पीस फाउंडेशन इंडिया के सहयोग से किया गया। इस कार्यक्रम की मुख्यवक्ता जेनिस वर्गिज थी जिन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि तकनीक का एक जागरूक उपयोगकर्ता होने के नाते इसका संपूर्ण ज्ञान रखते हुए प्रयोग करना ही साइबर अपराध से बचने की प्रथम सीढ़ी है। उन्होंने बताया कि कैसे आधुनिक दुनिया में तकनीक हमारी हर गतिविधि में सहायक सिद्ध हो सकती है। लेकिन यही तकनीक जब आप सामाजिक मीडिया जैसे फेसबुक, व्हाटसप, गुगल पर प्रयोग करते है तो वह किस प्रकार हमारे व्यक्तिगत जीवन में प्रवेश कर हमें हानि पहुंचा सकती है। इसका हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते । मौजूदा दौर में साइबर अपराध में काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। भारत दुनिया में दूसरा, जनसंख्या के मामले सबसे अधिक इंटरनेट उपयोग करने वाला देश है। जोकि पूरे विश्व का 34 प्रतिशत है। पुरुषों के साथ साथ महिलाएं भी अब इसमें भागीदारी निभा रही है। महिलाओं की संख्या में इजाफा होना सकारात्मक है, लेकिन समस्याएं भी अपार उभरकर सामने आने की संभावना है। यह संभावना महिलाओं की तकनीकी प्रयोग के फलस्वरूप आने वाली समस्या है। ये समस्या हमारे नेट बैंकिग, फेसबुक, व्हाटसप जैसे सामाजिक मीडिया पर अपने कार्यों को अंजाम देते वक्त हमारी बहुत सी व्यक्तिगत जानकारी हैकर्स के पास पहुँच जाती है। छात्राएं उन साइबर अपराधों और हैकर्स के गिरफ्त में आने से स्वयं को कैसे बचा सकते है, जेनिस वर्गिज ने इस संदर्भ में विस्तार से बताया। साथ ही उन्होंने नेट बैंकिंग करते समय क्या क्या मुख्यत: सावधानियां बरतनी चाहिए, की जानकारी देते हुए उसे रोजमर्रा के जीवन में प्रयोग करने की हिदायत दी।
इसके साथ-साथ सामाजिक मीडिया का उपयोग करते हुए अपने स्थान,जन्मतिथि या आप कहां पर है, इन सबकी सही जानकारी न डालने की छात्राओं को सलाह दी। इस कार्यक्रम में गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार की राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्राओं के साथ-साथ विश्वविद्यालय की अन्य छात्राएं भी मौजूद रही। इसके अतिरिक्त राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, हिसार। दयानन्द स्नातकोत्तर महाविद्यालय, हिसार, राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय, हिसार, छोटूराम मेमोरियल जाट महाविद्यालय एवं छोटूराम शैक्षिक महाविद्यालय, हिसार की छात्राओं ने भी साइबर अपराध के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। 250 छात्राओं ने इस कार्यक्रम को सुना और भविष्य में सामाजिक मीडिया का कैसे प्रयोग करें या कैसे साइबर अपराध का शिकार होने से स्वयं को बचा सके, के बारे में भी खूब जानकारी ग्रहण की। गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार की राष्ट्रीय सेवा योजना की समन्वयक प्रो. सुजाता सांघी, प्रो. सरोज व महिला सेल की प्रो. अल्का का भी इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में अहम योगदान रहा। इसके साथ-साथ राष्ट्रीय सेवा योजना के अधिकारी शिक्षिका सुमन दहिया, शिक्षिका अन्जु गुप्ता व डा. सुनील वर्मा का भी अमूल्यवान सहयोग रहा।