रोहतक, 8 जून 2018: ‘छोटे– छोटे बच्चों द्वारा पेंटिंग्स में काम में लिए गए रंगों के संयोजन मुझे एक अनूठे संसार में लेकर चले गए। ऐसा करिश्मा किसी दक्ष कलाकार के रंग भी नहीं कर सकते।’ अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के उपाध्यक्ष, प्रो. एम. पी. पूनियां आज सुपवा (स्टेटयुनिवर्सिटी ऑफ परफॉर्मिंग एंड विज़ुअल आर्ट्स, रोहतक, हरियाणा) द्वारा पहली बार आयोजित ‘5 दिवसीय कार्यशालाअों’ के समापन समारोह में यहाँ के प्रतिभागियों के प्रदर्शन को देखकर बोल उठे। वे यहाँ मुख्य अतिथि के रूप उपस्थित थे। उन्होंने आगे कहा, ‘मात्र पाँच दिनों कीकार्यशाला के बाद इतने सजीव से प्रतीत होने वाले स्कल्प्चर देखकर लगता है मानो सुपवा ने इन प्रतिभागियों के भीतर छुपे हुए कलाकार को उजागर कर दिया है। मुझे विश्वास है कि वे इस हुनर को दूर तक लेकर जाएंगे।’
उल्लेखनीय है कि कार्यशालाअों के इस महाआयोजन का शुभारंभ 4 जून 2018 को हरियाणा के अर्बन लोकल बॉडी के राज्यमंत्री श्री मनीष ग्रोवर जी एवं हरियाणा स्टेट हायर ऐजूकेशन कौंसिल के अध्यक्ष, प्रोफेसर बी के कुठियाला जी की उपस्थिति में हुआ था।
सुपवा के कुलपति प्रोफेसर राजबीर सिंह शब्दों में, ‘लोगों में, विशेष रूप से युवा पीढ़ी में कला एवं सृजन के प्रति रुझान पैदा करना इन कार्यशालाअों का पहला उद्देश्य था। ऐसे लोग जिनकी कलात्मक क्षेत्रों में रुचि तो है लेकिन किन्हीं कारणों से वे अपनी रुचि की विधा की कोई अौपचारिकशिक्षा नहीं ले सके, इन कार्यशालाअों के माध्यम से उन्हें एक औपचारिक एवं विधिवत् प्रशिक्षण मिल सका और हमें विश्वास है कि उनके स्किल अपग्रेड हुए होंगे। इसके साथ-साथ हमें सुपवा की बेहतरीन सुविधाअों, यहाँ के प्रोफेशनल कोर्सेज़, यहाँ के अत्याधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर, यहाँ कीअनुभवी फैकल्टी की क्षमताअों का लोगों को प्रत्यक्ष अनुभव कराने का भी अवसर मिला।’
कुलपति द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ‘ड्राइंग और पेंटिंग’, ‘क्ले मॉडलिंग’, ‘बेसिक फोटोग्राफी’, ‘कनटेंपरेरी डांस’, ‘मॉडल मेकिंग’ अौर ‘नेचुरल डाइंग और ब्लॉक प्रिंटिंग’ की विधाअों को सीखाने के उद्देश्य से सुपवा जिस स्तर पर अौर जिस गुणवत्ता के साथ ये कार्यशालाएँ आयोजितकी गईं, प्रदेशवासियों के लिए यह एक अभूतपूर्व अौर बेहद ज्ञानवर्धक अनुभव रहा। इन कार्यशालाअों में उनसे संबंधित क्षेत्र के नामी एवं सुप्रसिद्ध विभूतियों को भी आमिन्त्रित किया गया था ताकि प्रतिभागी उनके अनुभवों और मार्गदर्शन का भी लाभ ले सकें।
रोहतक, 8 जून 2018: ‘छोटे– छोटे बच्चों द्वारा पेंटिंग्स में काम में लिए गए रंगों के संयोजन मुझे एक अनूठे संसार में लेकर चले गए। ऐसा करिश्मा किसी दक्ष कलाकार के रंग भी नहीं कर सकते।’ अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् के उपाध्यक्ष, प्रो. एम. पी. पूनियां आज सुपवा (स्टेटयुनिवर्सिटी ऑफ परफॉर्मिंग एंड विज़ुअल आर्ट्स, रोहतक, हरियाणा) द्वारा पहली बार आयोजित ‘5 दिवसीय कार्यशालाअों’ के समापन समारोह में यहाँ के प्रतिभागियों के प्रदर्शन को देखकर बोल उठे। वे यहाँ मुख्य अतिथि के रूप उपस्थित थे। उन्होंने आगे कहा, ‘मात्र पाँच दिनों कीकार्यशाला के बाद इतने सजीव से प्रतीत होने वाले स्कल्प्चर देखकर लगता है मानो सुपवा ने इन प्रतिभागियों के भीतर छुपे हुए कलाकार को उजागर कर दिया है। मुझे विश्वास है कि वे इस हुनर को दूर तक लेकर जाएंगे।’
उल्लेखनीय है कि कार्यशालाअों के इस महाआयोजन का शुभारंभ 4 जून 2018 को हरियाणा के अर्बन लोकल बॉडी के राज्यमंत्री श्री मनीष ग्रोवर जी एवं हरियाणा स्टेट हायर ऐजूकेशन कौंसिल के अध्यक्ष, प्रोफेसर बी के कुठियाला जी की उपस्थिति में हुआ था।
सुपवा के कुलपति प्रोफेसर राजबीर सिंह शब्दों में, ‘लोगों में, विशेष रूप से युवा पीढ़ी में कला एवं सृजन के प्रति रुझान पैदा करना इन कार्यशालाअों का पहला उद्देश्य था। ऐसे लोग जिनकी कलात्मक क्षेत्रों में रुचि तो है लेकिन किन्हीं कारणों से वे अपनी रुचि की विधा की कोई अौपचारिकशिक्षा नहीं ले सके, इन कार्यशालाअों के माध्यम से उन्हें एक औपचारिक एवं विधिवत् प्रशिक्षण मिल सका और हमें विश्वास है कि उनके स्किल अपग्रेड हुए होंगे। इसके साथ-साथ हमें सुपवा की बेहतरीन सुविधाअों, यहाँ के प्रोफेशनल कोर्सेज़, यहाँ के अत्याधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर, यहाँ कीअनुभवी फैकल्टी की क्षमताअों का लोगों को प्रत्यक्ष अनुभव कराने का भी अवसर मिला।’
कुलपति द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ‘ड्राइंग और पेंटिंग’, ‘क्ले मॉडलिंग’, ‘बेसिक फोटोग्राफी’, ‘कनटेंपरेरी डांस’, ‘मॉडल मेकिंग’ अौर ‘नेचुरल डाइंग और ब्लॉक प्रिंटिंग’ की विधाअों को सीखाने के उद्देश्य से सुपवा जिस स्तर पर अौर जिस गुणवत्ता के साथ ये कार्यशालाएँ आयोजितकी गईं, प्रदेशवासियों के लिए यह एक अभूतपूर्व अौर बेहद ज्ञानवर्धक अनुभव रहा। इन कार्यशालाअों में उनसे संबंधित क्षेत्र के नामी एवं सुप्रसिद्ध विभूतियों को भी आमिन्त्रित किया गया था ताकि प्रतिभागी उनके अनुभवों और मार्गदर्शन का भी लाभ ले सकें।