शिमला : 24 मार्च रविवार सुबह हर दिन की तरह करीब छह बजे विवि में पढ़ने वाले स्वयंसेवक पॉटर हिल मैदान में शाखा के लिए एकत्रित होने लगे तो वहां पहले से एसएफआइ के 50 से अधिक कार्यकर्ता उपस्थित थे और किक्रेट खेल रहे थे. जो उस दिन क्रिकेट खेलने के लिए सुबह पांच बजे ही पहुंच गए थे. एसएफआई के कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों में शाखा लगाने को लेकर कहासुनी हुई. इतने में ही एसएफआई के गुंडों ने डंडे, रॉड और तेजधार हथियारों से हमला कर दिया. इस दौरान 15 स्वयंसेवक घायल हो गए. एसएफआई के गुंडे लड़ाई की मंशा से आए थे, इसी कारण उनके पास रौड, दराट पहले से उपलब्ध थे. इसके बाद कम्युनिस्ट गुंडे विवि छात्रावास में गए और वहां अपने कमरों में सो रहे विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर भी हमला कर दिया.
पुलिस जांच में षड्यंत्र का खुलासा हुआ. छात्र विकास ने बताया कि एसएफआइ के कुछ कार्यकर्ता शनिवार को उसके कमरे में आए थे और रातभर उसे बंद करके रखा। यही नहीं उसे पीटा भी. उससे पूछा था कि सुबह ग्राउंड में आरएसएस की शाखा कब लगती है. इसके बाद विकास को कमरे में बंद कर दिया. एसएफआइ के कार्यकर्ता रात को बीच-बीच में उसके कमरे में आते रहे.