03 फरवरी, 2019 : भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के पंडित दीनदयाल उपाध्याय इनोवेशन एंड इनक्युबेशन सैंटर की डिजीटल लांचिंग शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कंवेंशन सैंटर, श्रीनगर से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए की गई। पंडित दीनदयाल उपाध्याय इनोवेशन एंड इनक्युबेशन सैंटर की स्थापना राष्ट्रीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान से प्राप्त हुए 15 करोड़ रूपये के अनुदान से की गई है। लांचिंग समारोह विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह सभागार में हुआ। इस अवसर पर हिसार के विधायक व हरियाणा ब्यूरो ऑफ पब्लिक एंटरप्राइजिज के अध्यक्ष डा. कमल गुप््रता, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार, हिसार के मेयर गौत्तम सरदाना, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा. जगबीर सिंह, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. अनिल कुमार पुंडीर व भाजपा हिसार के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र पूनिया उपस्थित थे।
डा. कमल गुप््रता ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि रास्ते तलाशो। यदि रास्ते ना मिले तो नए रास्ते बना लो। विद्यार्थियों को नौकरियों को तलाशने वाला नहीं बनना चाहिए, बल्कि नौकरियां देने वाले बनने चाहिएं। विद्यार्थियों को इनोवेशन मंत्रा अपनाना चाहिए। कोई भी राष्ट्र शोध व अविष्कार से ही आगे बढ़ सकता है। उन्होंने फोटोग्राफी केमरे का उदाहरण देते हुए बताया कि इस केमरे की विकसित तकनीकों ने आज चिकित्सा क्षेत्र में भी क्रांति ला दी है। डा. गुप्ता ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय के महान दृष्टिकोण तथा उनके जीवन चरित्र के बारे में बताया तथा कहा कि हम तभी सुखी रह सकते हैं जब भारत का हर व्यक्ति सुखी हो।
प्रो. टंंकेश्वर कुमार ने इस अवसर पर कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय इनक्युबेशन सैंटर शोध तथा अविष्कार के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। यह सैंटर हरियाणा तथा भारत सरकार के मेक इन इंडिया तथा स्टार्ट-अप जैसे अभियानों को सार्थक करेगा। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि विद्यार्थी अपने आइडियाज को मार्केटेबल आइडियाज में परिवर्तित करें तथा रोजगार के अवसर सृजित करें। उन्होंने कहा कि सही दिशा में रखा गया कदम एक विद्यार्थी को उद्यमियता की ओर ले जाता है। उन्होंने स्विटजरलेंड तथा स्वीडन जैसे देशों का उदाहरण देते हुए बताया कि उन देशों के पास बहुत अधिक मात्रा में प्राकृतिक संसाधन नहीं है। इसके बावजूद शोध तथा अविष्कार के दम पर ये देश विकसित देशों की श्रेणी में खड़े हैं तथा इनके नागरिकों का जीवन स्तर अत्यंत उच्च स्तर का है।
प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि हब एंड स्पोक मॉडल की तर्ज पर हरियाणा सरकार एक इनक्युबेशन नेटवर्क स्थापित कर रही है जिससे हरियाणा के युवाओं के कौशल का विकास हो तथा उनकी ऊर्जा राष्ट्र के लिए उपयोगी सिद्ध हो सके। इसके लिए वैश्विक स्तर पर विश्वविद्यालयों तथा उद्योगों से टाइ-अप किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस सैंटर में केवल हिसार ही नहीं, बल्कि हरियाणा के दूसरों हिस्सों से भी विद्यार्थी आकर अपने नए आइडियाज को सृजित व विकसित कर सकेंगे।
विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान के निदेशक प्रो. नीरज दिलबागी व पंडित दीनदयाल उपाध्याय इनक्युबेशन एंड इनोवेशन सैंटर के निदेशक ने बताया कि विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत कुल 50 करोड़ रूपये का अनुदान स्वीकृत हुआ है। इससे विश्वविद्यालय के लगभग 5000 विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी कंप्यूटर एंड इंफोर्मेटिक्स सैंटर के निदेशक मुकेश अरोड़ा सहित विश्वविद्यालय के संकायों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।