हिसार. राजकीय महाविद्यालय हिसार में दस दिवसीय संस्कृत सम्भाषण शिविर की शुरुआत की गई है। अध्यक्षता असिस्टेन्ट प्रोफेसर डॉ मुकेश कुमार ने की। डॉ मुकेश कुमार ने कहा कि संस्कृत एक ऐसी भाषा है जिसमें वार्तालाप करने से संतोष और प्रेम बढ़ता है। इसे हमें अपने व्यवहार में अपनाना होगा। इससे हम भी अपने वेदों पुराणों उपनिषदों की आसानी से पढ़ने में सक्षम बनेंगे।संस्कृत बहुत सरल है केवल हम में सीखने की जागरूकता होनी चाहिए। युवा वर्ग को इसे जनभाषा बनाने में सहयोग देना होगा।
इस अवसर पर संस्कृत भारती के जिला विस्तारक पंकज शास्त्री ने रोचक तरीके से दैनिक प्रयोग में लाई जाने वाली वस्तु, गीत,अभिनय गीत व क्रीड़ा के माध्यम से संस्कृत में वार्तालाप सिखाया। इसमें विद्यार्थियों ने रुचि दिखाते हुए आपस में संस्कृत में वार्तालाप किया। विद्यार्थियों ने बताया कि इस से आसान और सरल मार्ग और कोई नहीं है संस्कृत भाषा सीखने का । पंकज का कहना है के संस्कृत भाषा को कोई भी सीख सकता है चाहे उसने कभी संस्कृत पढ़ी हो या नहीं। इस अवसर पर जगदीश चहल, वीना,राजबीर आदि उपस्थित थे।