28 सितंबर, 2018 : गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार में लोक नाट्य ‘देशज’ के तहत देश के पारम्परिक नृत्य की धूम रही। ‘देशज’ कार्यक्रम के तहत पहले दिन पांच राज्यों के 125 कलाकारों ने अपने हुनर का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. हरभजन बंसल ने की।
उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यातिथि प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि लोक एवं पारम्परीक कलाएं किसी भी देश के गौरवमयी प्राचीन इतिहास का आइना होती है। भारत की सांस्कृतिक धरोहर अत्यंत समृद्ध है। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय में करने के लिए संगीत नाटक अकादेमी, नई दिल्ली का आभार व्यक्त किया। इससे युवाओं को देश की विभिन्न लोक संस्कृतियों को समझने का मौका मिलेगा।
संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली के कार्यक्रम समन्वयक डा. मनीष मामगॉंई, विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक जनसम्पर्क अधिकारी बिजेन्द्र दहिया, स्थानीय समन्वयक शीशपाल चौहान व अशोक गुड्डू भी उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह सभागार के मुख्य हाल में भारत की विविध सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों के उत्सव ‘देशज’ के तहत हरियाणा के राजकुमार एवं दल ने जंगम जोगी की प्रस्तुति दी। केरला के पीके कुन्नी रमन व उनके दल ने पंच वाद्यम तथा सिक्किम के शरमीला गदाईली एवं दल ने तमांग शेलो नृत्य की प्रस्तुति दी। हरियाणा के घूमर नृत्य की प्रस्तुति संदीप यादव व दल ने दी। जम्मू और कश्मीर की निशु पंडिता एवं उनके दल नेडोगरी लोक नृत्य तथा ओडिशा के आलोक कुमार पांडा व उनकी टीम ने संबलपुरी लोक नृत्य की प्रस्तुति दी। हरियाणा के मोहम्मद अकरम एवं दल ने रसिया लोक नृत्य, हरियाणा की विशेष प्रस्तुति दी गई। मंच संचालक ऑल इंडिया रेडियो, रोहतक के सम्पूर्ण बागड़ी ने किया।
जंगम जोगी, हरियाणा की प्रस्तुति देने वाले कलाकारों को छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. हरभजन बंसल ने रोजक्टि व गुरू जम्भेश्वर जी महाराज का साहित्य की बुकलेट देकर सम्मानित किया। पंच वाद्यम, केरला की टीम को मेजर करतार सिंह, तमांग शेलो नृत्य, सिक्किम की टीम को जनसम्पर्क अधिकारी, बिजेन्द्र दहिया, घूमर नृत्य, हरियाणा की टीम को एनएसएस समन्वयक प्रो. सुजाता सांघी, डोगरी लोक नृत्य, जम्मू और कश्मीर की टीम को स्थानीय समन्वयक अशोक गुड्डू, संबलपुरी लोक नृत्य, ओडिशा दूरदर्शन के पूर्व निदेशक अजीत सिंह व स्थानीय समन्वयक शीशपाल चौहान व रसिया लोक नृत्य, हरियाणा की टीम को प्रो. वी.के. बिश्नोई व प्रो. रवीश गर्ग ने रोज किट व गुरू जम्भेश्वर जी महाराज के साहित्य की पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया।