भोपाल, 27 जुलाई/ एम.सी.यू. के सत्र शुभारम्भ कार्यक्रम ‘सत्रारम्भ’ की शुरूआत पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देकर की गई। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पधारे एफ.टी.आई.आई. के अध्यक्ष श्री गजेन्द्र चौहान पत्रकारिता विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से रुबरू हुए।
श्री चौहान ने सफलता के लिए एंगर मैनेजमेंट, टाइम मैनेजमेंट और टैलेंट मैनेजमेंट को मूलमंत्र बताते हुए विद्यार्थियों को भी अपने जीवन में उतारने की बात कही। साथ ही श्री चौहान ने पत्रकार बंधुओं को सकारात्मक व समाज उपयोगी खबरों के प्रचार-प्रसार की आवश्यकता की ओर इशारा किया। गजेन्द्र चौहान ने विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को अपने अनुभवों के साथ साझा किया।
श्री चौहान ने अपनी जिंदगी के पन्नों से अनुभव साझा करते हुए कहा कि मेरे पिता कहते थे कि गरीबी को दूर करना है तो हमारे जीवन में सकारात्मकता होनी चाहिए और सफलता का केवल एक ही मूलमंत्र है ‘पढ़ो और बढ़ो’। जीवन में शिक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए। भविष्य में आप जो भी काम करेंगे वह देश में आपके योगदान को रेखांकित करेगा। सिनेमा के विषय में बोलते हुए उन्होंने कहा कि समाज के सांस्कृतिक मूल्य ही सिनेमा के साथ जुड़े हैं।
आम लोगों की रुचि और आदतों के आधार पर ही सिनेमा एवं टेलीविजन की विषय सामग्री का निर्माण होता है। उन्होंने बताया कि एक एक्टर से अभिप्राय एक्शन, कान्सनट्रेशन, टाइमिंग, ओरिजनेल्टी एवं रिफ्लेक्शन का संयोजन होता है। हाल ही में श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन पर आधारित फिल्म पर श्री चौहान उनका किरदार निभा रहे हैं, जो जल्द ही हम सबके सामने आने वाली है।