19 सितम्बर, 2018 : गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार के यूजीसी स्वयम् लोकल चैप्टर द्वारा एक दिवसीय ओरिएंटेशन वर्कशॉप ऑन स्वयम् मुक्स कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वर्कशॉप में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। फिजिक्स विभाग की प्रो. सुनीता श्रीवास्तवा कार्यक्रम कोर्डिनेटर है। इस अवसर पर फैकल्टी ऑफ फिजिकल साईंसिज् अधिष्ठाता प्रो. देवेन्द्र मोहन व स्वयम् मुक्स समन्वयक डा. विवेक गुप्ता भी उपस्थित रहे।
कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि समय के बदलाव के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी बदलाव आ रहे हैं। अध्ययन सामग्री अब पुस्तकों की बजाए वेबसाइटों पर उपलब्ध होने लगी है। इस बदलाव के साथ शिक्षकों को अपटेड होना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को ज्ञान के साथ विवेशीलता लाना बहुत आवश्यक है। पिछले कुछ समय से विद्यार्थियों के व्याख्यान भी वीडियों के माध्यम से करवाए जा रहे हैं। विभिन्न वेबसाइटों पर वरिष्ठ शिक्षकों द्वारा विशेष व्याख्यान रिकोर्ड कर अपलोड किए जा रहे हैं जो विद्यार्थियों के लिए बहुत लाभदायक है। उन्होंने कहा कि शिक्षक भी ऐसी वीडियों को अवश्यक देखे और उसको विद्यार्थियों तक पहुंचाने का कार्य करें।
स्वयम् मुक्स द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही अध्ययन सामग्री को विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों को भी ग्रहण करनी चाहिए। वर्कशॉप कोर्डिनेटर प्रो. सुनीता श्रीवास्तवा ने वर्कशॉप की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यूजीसी स्वमय् मुक्स के माध्यम से आप अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। स्वमय् मुक्स पर 1000 से अधिक कोर्सिस् करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वमय् मुक्स से सम्बन्धित यह पहली वर्कशॉप है। विश्वविद्यालय में भविष्य में भी समय-समय पर वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा, जिसका शिक्षक, शोधार्थी व विद्यार्थी लाभ उठा सकेंगे। विश्वविद्यालय के स्वयम् मुक्स के समन्वयक डा. विवेक गुप्ता ने स्वागत सम्बोधन प्रस्तुत किया। उन्होंने स्वमय् मुकस् के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाई। उन्होंने बताया कि यह एक ऑनलाइन पोर्टल है जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन अध्ययन सामग्री प्राप्त कर सकता है। विश्वविद्यालय के शिक्षकों, शोधार्थियों व विद्यार्थियों सहित कुल 800 के करीब पंजीकरण करवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि आगे विश्वविद्यालय से संबंद्ध हुए महाविद्यालयों के शिक्षकों व विद्यार्थियों को भी जोड़ा जाएगा। फैकल्टी ऑफ फिजिकल साईंसिज् अधिष्ठाता प्रो. देवेन्द्र मोहन ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर शिक्षक, विश्वविद्यालय से संबंद्ध विभिन्न महाविद्यालयों के शिक्षकों, शोधार्थियों व विद्यार्थियों ने भाग लिया।