हिसार : गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार में रक्तदान शिविर में 1426 यूनिट रक्तदान किया गया। मंगलवार को उत्सव जैसा माहौल था। विश्वविद्यालय का शिक्षण खण्ड-7 शानदार ढंग से सजा हुआ था। विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा इस शिक्षण खंड में राज्य स्तरीय महारक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
इस शिविर में विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने अपने द्वारा ही स्थापित पहले रक्तदान शिविरों का रिकार्ड ध्वस्त कर नया रिकार्ड स्थापित किया है। शिविर में 1426 यूनिट रक्तदान किया गया। रक्तदाताओं में 272 लड़कियां शामिल थी। पूरे शिक्षण खंड में शहीदों, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ तथा हरियाणा की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में 200 से अधिक पोस्टर भी लगे थे। रक्तदान शिविर को देश के शहीदों, महिला सशक्तिकरण तथा हरियाणा की स्थापना के स्वर्ण जयंती वर्ष को समर्पित किया गया। शिविर के मुख्यातिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार थे। अध्यक्षता कुलसचिव डा. अनिल कुमार पुंडीर ने की। शिविर संचालन का नेतृत्व राष्ट्रीय सेवा योजना की समन्वयक प्रो. सुजाता सांघी ने किया। शिविर में होंडा मोटरसाइकल एंड स्कूटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड व पीएसईएल इंस्टीच्यूट का भी सहयोग रहा।
प्रो. टंकेश्वर कुमार ने इस अवसर पर कहा कि रक्तदाता हमारा वास्तविक नायक है। रक्तदान इसलिए महादान है कि यह न केवल जीवन को बचाता है बल्कि यह धर्म, जाति और संप्रदाय से उपर उठकर मानव को सीधा मानव से जोड़ता है। विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने रक्तदान का महाआयोजन करके विश्वविद्यालय को गौरवान्वित किया है। इससे विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों व कर्मचारियों में समाज व राष्ट्र के प्रति और अधिक सेवाभाव जागृत होगा तथा विश्वविद्यालय को समाज के प्रति अपने दायित्वों को निभाने की और बड़ी प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने इस मेगा आयोजन के लिए की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई को बधाई दी है।
कुलसचिव डा. अनिल कुमार पुंडीर ने स्वयं भी रक्तदान किया तथा कहा कि किसी व्यक्ति के जीवन को बचाने के लिए किया गया यह कार्य सबसे बड़े पून्य का कार्य है। उन्होंने कहा कि इस महारक्तदान शिविर से रक्तदान के प्रति नई चेतना पैदा हुई है तथा युवाओं को अपनी ऊर्जा समाज हित व सृजनात्मक कार्यों में लगाने की प्रेरणा मिलेगी।
प्रो. सुजाता सांघी ने बताया कि इस रक्तदान शिविर में एक बार फिर युवाओं की जबरदस्त सृजनात्मक प्रतिभा को उजागर किया है। शिविर में स्वयंसेवकों ने रक्तदान के प्रति जबरदस्त माहौल बनाया था। पूरे शिक्षण खंड को प्रेरणादायक स्लोगनों व पोस्टरों से सुसज्जित किया गया था। उन्होंने इसका श्रेय स्वयंसेवकों को दिया।
इस अवसर पर विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, अधिकारी, कर्मचारी व विद्यार्थी भारी संख्या में उपस्थित थे।
पोस्टर प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे :
राज्यस्तरीय रक्तदान शिविर में ‘रक्तदान जीवन के प्रति उपहार’ वर्ग में प्रेरणा यादव ने पहला, प्रदीप ने दूसरा तथा भारती ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। ‘भारत के स्वतंत्रता सेनानी’ वर्ग में श्वेता ने पहला, सुषमा ने दूसरा, प्रियंका ने तीसरा तथा ममता को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। ‘हरियाणा के पचास गौरवमयी वर्ष’ वर्ग सुषमा को पहला, दिवांशी को दूसरा तथा सुप्रणा को तीसरा पुरस्कार दिया गया।