सोनीपत, 22 अक्तूबर। हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष इंजीनियर कृष्ण कुमार ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। महर्षि वाल्मीकि ने लव और कुश को शिक्षा व दीक्षा प्रदान की थी। वे दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल में आयोजित महर्षि वाल्मीकि दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंनेक कहा कि सफाई कर्मचारियों का स्वच्छता में अहम योगदान है। अब समय आ गया है कि हाथ के काम को तकनीकी रूप से किया जाना चाहिए। हमें भी समय के अनुसार बदलना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजेंद्रकुमार अनायत ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि आदि कवि थे।महर्षि वाल्मीकि को रामायण लिखने की प्रेरणा उनके पहले श्लोक से प्राप्त हुई। महर्षि ने संस्कृत में रामायण की रचना की, जो वाल्मीकि रामायण के नाम से जानी गई। उन्होनें कहा कि रामायण में भगवान राम को एक साधारण मानव के रूप में प्रस्तुत किया गया है। वे एक ऐसे मानव के रूप में जाने गए, जिन्होंने संपूर्ण मानव जाति के समक्ष एक आदर्श उपस्थित किया। हमें उनकी शिक्षा को ध्यान में रखना चाहिए व उन पर चलना चाहिए। कुलपति प्रो.अनायत ने कहा कि केरल में वर्ष में एक बार पूरे माह रामायण का पाठ किया जाता था, जिसे रामायण माह के रूप में जाना जाता है। इसके अतिरिक्त इंडोनेशिया में भी एक माह रामायण का मंचन किया जाता है।
कुलसचिव प्रो.अनिल खुराना ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने समाज को आदर्श मार्ग दिखाया है। उन्होंने कहा कि मनुष्य कर्म से महान बनता है। इसलिए हमें सद्कर्म करते हुए समाज के लिए कार्य करने चाहिए। उन्होनें कहा कि महर्षि वाल्मीकि की शिक्षाओं और आदर्शों को अपनाकर ही हम अच्छे समाज का निर्माण कर सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में कुलपति प्रो.अनायत ने हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष इंजीनियर कृष्ण कुमार को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। मंच संचालन डा.दिनेश सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो.आर.के.सोनी, डा.सुखदीप सिंह,संजीव इंदौरा,डा.धमेंद्र, बिजेंद्र अटकान व सुनील अटकान आदि उपस्थित थे।