गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा है कि लौहपुरुष सरदार वलल्भभाई पटेल भारत के सच्चे राष्ट्रवादी थे। उनकी सोच पर चलकर भारत न केवल शक्तिशाली व निडर राष्ट्र बन सकता है, बल्कि विश्व की बड़ी आर्थिक शक्ति बन सकता है। उन्होंने कहा कि भारत रत्न सरदार पटेल के जीवन व शिक्षाओं का और अधिक प्रचार करने की जरुरत है। प्रो. टंकेश्वर कुमार विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना के सौजन्य से देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार वलल्भभाई पटेल की 140वीं जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस को बतौर मुख्यातिथि सम्बोधित कर रहे थे।
प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि सरदार वलल्भभाई पटेल के कार्य व उनके देश के प्रति योगदान से हमें प्रेरणा मिलती है कि एक व्यक्ति की सोच भी देश में बड़े सकारात्मक बदलाव का कारण बन सकती है। आजादी के बाद देश की 500 से अधिक रिसायतों को एकजुट कर, भारत के साथ जोड़ना सबसे बड़ी चुनौती थी। यह कार्य सरदार पटेल ने अपने कौशल व बुद्धि से बड़े ही सफलतापूर्वक ढंग किया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. एम.एस. तुरान ने इस अवसर पर स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय एकता व अखंडता की शपथ दिलवाई।
मुख्यवक्ता के रूप में आए डीएन कालेज के प्रोफैसर डा. महेंद्र सिंह ने सरदार पटेल के जीवन से जुड़ी घटनाओं की विस्तार से जानकारी दी। सरदार पटेल का देश की आजादी में योगदान से लेकर आजादी के बाद राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के जीवन से यह भी शिक्षा मिलती है कि लक्ष्य की प्राप्ति में उम्र की सीमा बाधा नहीं बन सकती। किसी भी उम्र में बड़े लक्ष्य को पाया जा सकता है। डा. महेन्द्र सिंह ने कहा कि सरदार पटेल जैसे दृढ़ निश्चय के व्यक्ति ही भारत को एक सूत्र में बांधने का कार्य कर सकते हैं। सरदार पटेल अपने जीवन में कर्म के सिद्धांत को बहुत ही महत्व देते थे।
राष्ट्रीय सेवा योजना के संयोजक प्रो. संदीप राणा ने अपने संबोधन में कहा कि भारत को आजाद कराने तथा आजादी को स्थापित करने में सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान अतुलनीय है। उन्होंने भारत की विविधताओं को एकता सूत्र में पिरोते हुए अखंड की भारत की स्थापना की। उनके जीवन से हमें सीख मिलती है कि लक्ष्य निश्चित व बड़ा हो, दृढ़ निश्चय हो, समाधान के की सोच व संवेदनशील हों तो किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। समारोह में सरदार पटेल के जीवन व उनके कार्यों से जुड़ी तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्य तथा उद्देश्य पर आधारित अलग-अलग दो डोक्यूमैन्ट्री भी दिखाई गई। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डा. सुमन दहिया ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डीन स्टूडेन्ट्स वलफेयर प्रो. कुलदीप बसंल तथा विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।