23 जनवरी, 2019 : गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि यह वैश्वीकरण का युग है। शिक्षण संस्थानों को आज अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाना आवश्यक है। वक्त की मांग है कि समूह बनाकर काम किया जाए। एक दूसरे के सहयोग से काम किए जाए। विश्वविद्यालय अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग व भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रयासरत्त है।
प्रो. टंकेश्वर कुमार विश्वविद्यालय के ऑऊटरीच कार्यालय द्वारा ‘फुलब्राइट फैलोशिॅप’ विषय पर आयोजित विशेष व्याख्यान को बतौर मुख्यातिथि सम्बोधित कर रहे थे। संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत एजुकेशनल फाउंडेशन की भारतीय कार्यक्रम प्रबंधक डा. गायत्री सिंघल बतौर मुख्यवक्ता उपस्थित रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता ऑऊटरीच निदेशक प्रो. आर.बास्कर ने की। मंच संचालन डा. मोना शर्मा ने किया।
प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि बड़े उद्देश्य को टीम के रूप में कार्य करके ही पाया जा सकता है। अमेरिका दुनियाभर से वैज्ञानिकों को आमंत्रित करता है। विश्व के प्रत्येक देश को ऐसा करना चाहिए व भारतीय वैज्ञानिकों को इसका फायदा उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में कार्य नहीं हो पाते। शिक्षक, वैज्ञानिक व शोधार्थियों को राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाली शोध सुविधाओं का फायदा उठाना चाहिए।
ऑऊटरीच निदेशक प्रो. आर. बास्कर ने कहा कि यह व्याख्यान शिक्षकों, शोधार्थियों व विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने व्याख्यान से सम्बन्धित विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऐसे व्याख्यानों का सभी को फायदा उठाना चाहिए। आगे भी इस दिशा में इससे बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे।
संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत एजुकेशनल फाउंडेशन की भारतीय कार्यक्रम प्रबंधक डा. गायत्री सिंघल ने फुलब्राइट-नेहरू और फाऊंडेशन द्वारा शैक्षणिक वर्ष 2020-21 में दी जाने वाली फुलब्राइट नेहरू मास्टर फैलोशिप, नेहरू डॉक्टरल रिसर्च फैलोशिप, नेहरू पोस्टडॉक्टोरल रिसर्च फैलोशिप, नेहरू शैक्षणिक और व्यावसायिक उत्कृष्टता फैलोशिप, नेहरू अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षा प्रशासक संगोष्ठी, कलाम जलवायु फैलोशिप, विदेशी भाषा शिक्षण सहायक कार्यक्रम, शिक्षण में फुलब्राइट प्रतिष्ठित पुरस्कार अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षकों के लिए कार्यक्रम व टीचिंग एक्सीलेंस एंड अचीवमेंट कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी।
विशेष व्याख्यान में यूएसए एजुकेशन सैंटर की सलाहकार रूपाली वर्मा ने संयुक्त राज्य अमेरिका में उच्च अध्ययन करने के इच्छुक भावी छात्रों का मार्गदर्शन किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने ‘संयुक्त राज्य में उच्च शिक्षा के अवसर’ विषय पर विद्यार्थियों के विकल्पों पर शोध करने, पढ़ाई वित्त करने, आवेदन पूरा करने और वीजा लगाने तथा पूर्व प्रस्थान कार्यक्रम के लिए आवेदन करने सहित सभी पांच चरणों पर विशेष व्याख्यान दिया। र्प्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग की डा. अनु गुप्ता ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, शोधार्थी व विद्यार्थी उपस्थित थे।