15 मार्च 2016 : गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार पद्म विभूषण गुरूदेव श्री श्री रविशंकर जी महाराज को, रेलवे मंत्री श्री सुरेश प्रभू को तथा आईसर्व दिल्ली चैप्टर की निदेशिका श्रीमती सरोज बाला को डॉक्टरेट की मानद उपाधियां देगा। यह निर्णय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार की अध्यक्षता में हुई शैक्षणिक परिषद की 48वीं बैठक में लिया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. एम.एस. तुरान उपस्थित थे। पद्म विभूषण गुरूदेव श्री रविशंकर जी महाराज को तथा आईसर्व दिल्ली चैप्टर की निदेशिका श्रीमती सरोज बाला को डॉक्टर ऑफ साईंस तथा श्री सुरेश प्रभू को डाक्टर ऑफ मैनेजमैंट की उपाधि दी जाएगी।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने बताया कि पद्म विभूषण गुरूदेव श्री रविशंकर जी आध्यात्मिक गुरू हैं तथा आर्ट ऑफ लिविंग फाऊंडेशन के संस्थापक हैं। उनका राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आघ्यात्मिक, सामाजिक व अन्य विकास कार्यों में महान योगदान है। इसी प्रकार श्री सुरेश प्रभू का देश के विकास और प्रबंधन के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान है। श्रीमती सरोज बाला का भारत की प्राचीन धरोहर को खगोलीय तथा अन्य वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर प्रमाणित कर दुनिया के समक्ष लाने में महान योगदान है। इसके अतिरिक्त बैठक में पीएचडी से संबंधित अन्य मामले भी निपटाए गए। बैठक में डिपार्टमैंट ऑफ एल्मुनाई अफेयर्स स्थापित करने का निर्णय भी लिया गया।
बैठक में इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर, रेवाड़ी की प्रो. मंजू बाला, सीआरएम जाट कॉलेज हिसार के प्राचार्य डा. आई.एस. लाखलान, फॉयल प्रिंटर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर कमलमोहन चोपड़ा, डा. प्रदीप कुमार, चौधरी देवीलाल इंस्टीच्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नॉलोजी, पन्नीवाला मोटा (सिरसा) के डायरेक्टर प्रिंसीपल डा. देवेन्द्र मोर, विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. राजेश मल्होत्रा, प्रो. धमेन्द्र कुमार, प्रो. बी.एस. खटकड़, प्रो. आर.के. गुप्ता, प्रो. ऊषा अरोड़ा, प्रो. दिनेश कुमार, प्रो. मिलिन्द पारले, प्रो. हरभजन बंसल, प्रो. कुलदीप बंसल, प्रो. अशोक चौधरी, डा. संदीप कुमार आर्य, प्रो. बंदना पाण्डेय, डा. किशनाराम बिश्नोई, डा. उमेश आर्य, डा.अंजन कुमार बराल, डा. मुनीष अहुजा, डा. नमिता सिंह, डा. टीका राम, डा. सतबीर, डा. कपिल कुमार, डा. आरोहित, डा. अनिल कुमार, डा. दीपा मंगला, डा. मंजू, डा.एस.एस. जोशी व एस.एल. सैनी उपस्थित थे।