05 अप्रैल 2016 : गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार ने अपने गौरवपूर्ण इतिहास की एक और बड़ी सफलता हासिल की है। नेशनल इन्स्टीच्यूशन्स रेंकिंग फ्रेमिंग, मिनिस्ट्री ऑफ रिसोर्स डिवैल्पमैंट द्वारा विश्वविद्यालय को उच्चशिक्षा ग्रहण करवा रहे विश्वविद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों में देशभर में 24वां स्थान दिया गया है। चण्डीगढ़ यूनियन टेरीटोरी को छोड़कर हरियाणा राज्य, उत्तराखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश व जम्मू एंड कश्मीर राज्यों में गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार पहले स्थान पर रहा है। यह रेंकिंग मानव संसाधन मंत्री स्मृति इरानी द्वारा घोषित की गई। इस नेशनल रेंकिंग सिस्टम में देशभर के 3500 शिक्षण संस्थानों ने भाग लिया था।
गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का स्कोर 67.46 स्कोर रहा। निर्धारित मापदण्डों के कई क्षेत्रों में विश्वविद्यालय का स्कोर उससे ऊंचा रेंक प्राप्त करने वाले विश्वविद्यालयों से काफी बेहतर रहा है। ग्रेजुएट आऊटकम केटेगरी में हमारे विश्वविद्यालय को 90.21 स्कोर मिला है जबकि टीचिंग लर्निंग एंड रिसोर्स केटेगरी में विश्वविद्यालय को 74.89 स्कोर मिला है। रिसर्च प्रोफैशनल प्रेक्टिस एंड कोलेबोरेटिव परफोर्मेंस में विश्वविद्यालय को 75.84 स्कोर मिला है जो देशभर में पंद्रवां है। इन्फलीबनेट, अहमदाबाद के डाटा एनालसिस के आधार पर एनआईआरएफ ने यह रेंक विश्वविद्यालय को दिया गया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली, राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद, बैंगलूरू, नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रेडिटेशन, नई दिल्ली, ऑल इंडिया काऊंसिल फॉर टैक्नीकल एजुकेशन, नई दिल्ली तथा अन्य स्वतंत्र पार्टीज जैसे स्कॉपस, एलसवियर थॉमसन रियूटर्स व इंडियान वैब ऑफ साईंस इंडैक्स द्वारा डाटा वैद्यता का कार्य किया गया। इसके अतिरिक्त पीअर रिव्यू तथा 1.50 लाख प्रतिवादियों जिसमें कि भारत के 450 व्यापरिक एंट्रप्रिन्यूर शामिल थे के आधार पर एनआईआरएफ आधारित नेशनल रेंकिंग-2016 जारी किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि लगातार तीन बार ‘ए ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों, शोधार्थियों व विद्यार्थियों के लिए यह गर्व की बात है। विश्वविद्यालय में उत्सव का माहौल है। साथ ही इस रेंकिंग से विश्वविद्यालय परिवार की जिम्मेदारियां और उससे अपेक्षाएं और अधिक बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को वैश्विक स्तर पर पहचान देने के लिए यह पहला कदम है। इस दिशा में अपने प्रयास और तेज करने होंगे। कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि इस रेंकिंग से विश्वविद्यालय को यह जानकारी भी हो गई है कि हमें किन क्षेत्रों में और ज्यादा सुधार करने की जरूरत है ताकि भविष्य में वे और ऊंचा रेंक प्राप्त कर सकें। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों, शोधर्थियों व विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा है कि विश्वविद्यालय का इस स्तर पहुंचना उनके पिछले 20 वर्षों से अधिक समय से किए गए टीमवर्क तथा शैक्षणिक योगदान का परिणाम है। प्रो. टंकेश्वर कुमार ने आईक्यूएसी के निदेशक प्रो. नीरज दिलबागी व विश्वविद्यालय की एनआईआरएफ टीम को अच्छी रेंकिंग के लिए प्रभावकारी व दक्षतापूवर्क आंकड़े उपलब्ध करवाने के लिए बधाई दी।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. अनिल कुमार पुंडीर ने कहा कि इससे हमें और अधिक कार्य करने की प्रेरणा मिली है। आगे हम और अधिक बेहतर कार्य कर और बड़ी सफलताएं प्राप्त करने का प्रयास करेंगे।