वर-वधु कुण्डली मिलाने की विधि : अब आप वर और वधु की कुण्डली को देखे जिसमें लड़के की राशि व्...
Read moreअध्याय-1 भाग-11 ज्योतिष में गण दोष भकूट एवं नाड़ी दोष को सर्वाधिक महत्व दिया गया है || यह तो स्पष्ट...
Read moreनाड़ी विचार नाड़ियां 3 प्रकार की होती है ● आदि ● मध्य ● अन्त व्यक्ति की नाड़ी का निश्चय उसके...
Read moreभकूट-विचार : भकूट का तात्पर्य वर-कन्या की राशियों के आपसी अन्तर से होता है || भकूट छ प्रकार का •••••••••••••••••••••••••••••••••••••...
Read moreगण-दोष का परिहार : जिन वर-वधु में से एक का देवगण तथा दूसरे का राक्षसगण हो या उनमे से एक...
Read moreगण-विचार : गण 3 प्रकार के होते हैं ● देवगण ● मनुष्यगण ● राक्षसगण प्रकृति ने 3 ही गुण प्रदान...
Read moreमैत्री एवं ग्रह मैत्री : मेलापक में ग्रह में मित्रता का बहुत योगदान होता है || ग्रह में मित्रता का...
Read moreयोनि विचार : योनि-मेलापक का विचार न केवल वर-वधु के मेलापक में ही विचारणीय होता है || अपितु यह साझेदारी...
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