“RSS ‘राष्ट्रीय स्वयं सेवक” संघ ही गजवा हिन्द में सबसे बड़ी बाधा है, इसलिए सेक्युलर तत्व RSS को खत्म करना चाहते है”
भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की कोशिश 8वीं सदी से ही जिहादी तत्व कर रहे है जब जब भी भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की मुहीम जोर पकड़ती गयी, तब तब कोई न कोई हिन्दू खड़ा हुआ, चाहे वो शिवाजी महाराज हो, गुरु गोविन्द सिंह हो, बाजीराव पेशवा हो, दयानंद सरस्वती हो, संत रविदास हो, या संत नानक हो, हमारे इन्ही पूर्वजो के कारण भारत आज भी पूर्ण इस्लामिक राष्ट्र नहीं हुआ जबकि अरब से निकले कट्टरपंथी इस्लाम ने ईरान, इराक, अफगानिस्तान इत्यादि को कुचल दिया और पूर्ण इस्लामिक राष्ट्र बनाया।
बड़े दुःख की बात भारत के साथ बस इतनी रही की, हिन्दुओ में एक जमात पैदा हो गयी, जिसे सेकुलरिज्म कहते है, और उसी के कारण भारत के एक बड़े भूभाग को इस्लामिक बना दिया गया (पाकिस्तान बांग्लादेश, कश्मीर) इत्यादि सेक्युलर तत्व हमेशा से ही, शिवाजी महाराज हो, गुरु गोंविंद सिंह हो इन सबके आलोचक रहे है। ये जिहादी और उनके पिछलगू यानि सेक्युलर तत्व आज भी भारत को गजवा हिन्द करने का सपना देखते है, यहाँ तक की पाकिस्तान के स्कूलों में गजवा हिन्द पढ़ाया भी जाता है।
भारत के भी कटरपंथी अपने मदरसों, मस्जिदों में गजवा हिन्द का ज्ञान बांटते रहते है और इस बचे खुचे भारत को गजवा हिन्द बनाने में सबसे बड़ी बाधा कोई है तो वो है आरएसएस और उसके लोग (नरेंद्र मोदी जैसे) को सेक्युलर तत्व गजवा हिन्द में आरएसएस को सबसे बड़ी बाधा समझते हैं, और इसी कारण ये आरएसएस और नरेंद्र मोदी जैसे लोगों से नफरत करते हैं।*
*अभी कोलकाता में भी सेक्युलर तत्व यानि ममता बनर्जी ने मोहन भागवत के कार्यक्रम को इजाजत नहीं दी, जबकि ये एक साधारण कार्यक्रम था, इसी कोलकाता में बरकाती जैसे इमाम नफरत फ़ैलाने को स्वतंत्र है, पर आरएसएस कार्यक्रम के लिए स्वतंत्र नहीं।*
*आपने कई बार लालू, कांग्रेस , केजरी के नेताओं के मुँह से ये चीजे सुनी होंगी “देश को संघ मुक्त बनाओ” ये लोग कभी ऐसा नहीं कहते की, देश को आतंकवाद मुक्त बनाओ, देश को ज़ाकिर नाइक जैसे कट्टरपंथियों से मुक्त बनाओ।*
*हमारे सेक्युलर तत्व आरएसएस को ख़त्म करना चाहते है, जबकि आरएसएस की शाखा में तो देशभक्ति सिखाई जाती है, आप जाकर किसी भी शाखा में चुपके से जाकर देख लीजिये, सुन लीजिये।*
*मित्रों एक बात ये भी कटु सत्य है की, यदि 1925 में आरएसएस न बनी होती, और कुछ हिन्दू न एकजुट हुए होते तो ये नेहरू गाँधी कब का भारत में शरिया लगाकर भारत को इस्लामिक राष्ट्र बना चुके होते।
आरएसएस के कारण ही भारत के इस बचे भाग में आज भी सनातन हिन्दू है और आरएसएस के इसी कार्य के कारण भारत के तमाम सेक्युलर तत्व आरएसएस से नफरत करते हैं उसे खत्म कर भारत को गजवा हिन्द करवा देना चाहते हैं !!