अल्मोड़ा : उत्तरांचल उत्थान परिषद (चंडीगढ़ प्रांत) के कर्मठ कार्यकर्ता मनोज जोशी ने अल्मोड़ा के विभिन्न ग्रामीण स्कूलों में बच्चों के साथ मिलकर थिएटर वर्कशॉप लगाए व् छात्र छात्राओं को पलायन की समस्या से निपटने के लिए अनेक उपाय बताये , जोशी ने ग्रामीण छात्र छात्राओं को हाथ के काम सीखने के लिए प्रोत्साहित किया।
मनोज जोशी पिछले लंबे समय से मुंबई की फिल्मी दुनिया में बहुत सी फिल्मों में काम कर चुके हैं और चंडीगढ़ में केशव कला मंच नामक नाट्य ग्रुप भी चला रहे हैं मनोज जोशी ने बताया ग्रामीण छात्रों के साथ काम करते हुए उन्हें बहुत ही अच्छा लगा और उन्होंने 10 दिन के प्रवास में तीन अलग-अलग गांव के स्कूलों में वर्कशॉप लगाई और उन्होंने देखा कि ग्रामीण वासियों में बहुत ही टैलेंट है बस उसे तराशने की जरूरत है।
मनोज जोशी ने बताया कि उनका राजकीय इंटर कॉलेज कठपुड़िया का अनुभव बहुत ही अच्छा रहा कठपुड़िया के विद्यार्थियों ने नशे के विषय में खुलकर बातचीत की साथ में नशे के दुष्परिणामों के बारे में बच्चों ने अभिनय के द्वारा बताया.कठपुड़िया से 3 किलोमीटर नीचे गढ़वायी गांव के बच्चों को भी पलायन की समस्या से निपटने के लिए थिएटर वर्कशॉप के द्वारा आत्मविश्वास पैदा किया कि वह गांव में रहकर भी बहुत से काम कर सकते हैं.गढ़वायी गांव में शांति जोशी जी से मुलाकात हुई शांति देवी जी सिलाई मशीन का कार्य करते हैं.शांति जोशी जी ने बताया कि गांव के अधिकतर युवा शहर की तरफ रुख कर रहे हैं जबकि गावं में रहकर भी अच्छा जीवन यापन किया जा सकता हे।
मनोज जोशी जी का कहना है कि उत्तराखंड के युवाओं में बहुत ही जोश भरा हुआ है.अगर उन्हें सही निर्देश मिले और साथ में ले तो वह काफी मेहनत कर सकते हैं.उत्तराखंड के युवा मेहनती भी काफी है .वही शीतला खेत रोड के गांव के बच्चों के साथ थिएटर वर्कशॉप का एक अलग ही अनुभव था.गांव के बच्चों ने अभिनय से अलग-अलग आकृतियां बनाई व् पलायन पर भी एक नाटक का मंचन किया।
इस प्रवास के दौरान रवि रौतेला जी से उन्हें काफी सहयोग मिला , व् समय समय पर जगदीश चंद्र जोशी जी भी मार्गदर्शन करते रहे , मनोज जोशी ने कैलाश भट्ट जी और मोहन चंद्रा जि से हल्द्वानी में एक बैठक में पलायन के मुद्दे पर काफी देर विचार विमर्श किया । मनोज जोशी ने कहा की केशव कला मंच भविष्य में भी उत्तराखंड में काम करता रहेगा आने वाले समय में और वहां के पारंपरिक कलाओं मैं भी काम करेगा। व् उत्तरांचल उत्थान परिषद (चंडीगढ़ प्रांत) के साथ मिलकर केशव कला मंच पलायन को रोकने के लिए हर गावं गावं में करेगा नाटकों का मंचन ।