मनोनीत दीप : कोरोनावायरस संक्रमण का खौफ लोगों के दिलों दिमाग पर हावी होता जा रहा है बढ़ते संक्रमण से बचने के लिए घरों में बैठने से हर उम्र के लोगों का व्यवहार भी बदल रहा है बिना कोविड जांच करें लोग मामूली सर्दी जुखाम होने पर खुद को संक्रमित मानकर अवसाद का शिकार हो रहे हैं परेशान इस कदर है कि बच्चे चिड़चिड़ापन का शिकार है तो बुजुर्गों और नौजवानों को जान जाने का डर सता रहा है।
कोरोना को हराया और घबराहट को हावी नहीं होने दिया मनोनीत दीप 27 साल की उम्र में संक्रमित हुए लेकिन अस्पताल नहीं गए।
घबराहट को अपने करीब नहीं आने दिया डर को हावी होने नहीं दिया
खुद को कमरे में आइसोलेशन कर कोरोनावायरस की स्वास्थ्य विभाग की दुआओं के साथ घरेलू नुस्खा अपनाया और ऑक्सीजन का स्तर कम होने पर पेट के बल लेटने से बड़ी राहत मिली।
29 अप्रैल को मुझे कम्पनी के कार्य से हैदराबाद जाना हुआ,
और मैं जाने से पहले कोविड टेस्ट कराया तो रिपोर्ट नेगेटिव थी और मेरी तबीयत भी ठीक थी,
लेकिन हेदराबाद पहुँचने के 2 दिन बाद 1 मई को मुझे बुखार आया,
तो मैने सोचा कि मौसम बदलने की वजह से ऐसा है,
लेकिन 2 तारिक को फिर से बुखार, और मुझसे खाना भी नही खाया गया, 2 की रात को बुखार तो खत्म हो गया लेकिन उसके बाद मेरे गले मे सांस लेने में समस्या आने लगी,पूरे शरीर मे थकान थी ,स्मैल, और टेस्ट भी खत्म हो गया और 4 तारिक को मेरी तबियत बहुत ज्यादा खराब हो गयी,
लेकिन इतना सब होने के बाद मैंने अपने मन/दिमाग को सकारात्मक रखा और हँसने
वाली वीडियो देख देख कर अपना ध्यान बॉटने लगा,
बुखार तो खत्म हो चुका था,
लेकिन कोरोना ने मुझे जकड़ लिया था फिर भी मैने हिम्मत नही हारी बल्कि अपने बुलन्द इरादों और सोच से यही सोचता रहा कि नियमित दवाओं के सेवन और सावधानियों से इस बीमारी को हराना बड़ी बात नही,
इस दौरान मुझे मेरे साथियों, परिवार वालो और मेरे कम्पनी के बोस ने काफी साथ दिया।
स्वस्थ ना होंने के कारण फिर 8 तारिक को मुझे वापस दिल्ली आना पड़ा।
फिर 1 सप्ताह कोरनटाइन रहने के बाद मैं आज घर आया और अभी Covid Negative और
रूप से स्वस्थ हूँ।
दोस्तो,
कोरोना से डरने नहीं बल्कि मुकाबला करने की जरूरत है हौसला बनाए रहेंगे और सावधानियां बरतें तो इस महामारी से आसानी से निजात पायी जा सकती है।
बचाव के उपाय :- कोरोना संक्रमण से बचाव और लड़ने की पहली रणनीति आत्म जागरूकता है ताजा सुपाच्य भोजन करें गला खराब हो तो दिन में 3 बार भाँप लें।
न्यूज और सोशल मीडिया के भ्रामक प्रचार से बचें ,मास्क पहनें और हाथों को सेनिटाइज करते रहें।
लोगों को आशाएं दो और खुशियां फैलाओ,सकारात्मक सोच के साथ घर वालों के साथ हंसे बोले
शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु दिमाग को संतुलित रखें महामारी के दौर में मानसिक इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए प्रयास करने होंगे जागरूक रहे तनाव मुक्त रहेंगे खुश रहे तभी आप कोरोना को हरा पाएंगे।
समय पर सोना उठना टहलना सुपाच्य भोजन स्वस्थ रहने का मूल मंत्र है ऐसे काम में मन लगाएं जिससे मन को खुशी मिले खुद की क्षमता पर विश्वास रखते हुए जो होगा अच्छा होगा कि मनोव्रति से जीत दिलाएगा महामारी के अंत का समय भी निश्चित है ऐसी सकारात्मक सोच के साथ हम विपरीत परिस्थितियों में भी उबर आएंगे ।
(लेखक की आपबीती घटना)