चीनी एक प्रसिद्ध जहर है जो आज हर भारतीय के घर में पाया जाता है जिसका प्रयोग 1868 से पहले भारत वासियों ने कभी नहीं किया था, हर भारतवासी इससे पहले गुड का ही सेवन क्या करता था तभी सभी स्वस्थ रहते थे आज आपको चीनी द्वारा होने वाले नुकसान हो को विस्तार पूर्वक से बताएंगे
चीनी बनाने की प्रक्रिया मेँ गंधक का सबसे अधिक प्रयोग होता है । गंधक का प्रयोग आतिशबाजी बनाने के लिए भी प्रयोग किया जाता है (पटाखोँ का मसाला) । गंधक एक अत्यंत कठोर धातु है जो शरीर मेँ चला तो जाता है परंतु बाहर नहीँ निकलता ।
चीनी कॉलेस्ट्रॉल भी बढ़ाती है जिसके कारण हृदयघात या हार्ट अटैक आता है ।
चीनी शरीर के वजन को अनियन्त्रित कर देती है जिसके कारण मोटापा भी होता है । चीनी रक्तचाप या ब्लड प्रैशर को बढ़ाती है । चीनी ब्रेन अटैक का एक प्रमुख कारण बन सकती है । चीनी की मिठास को आधुनिक चिकित्सा मेँ सूक्रोज़ कहते हैँ जो इंसान और जानवर दोनो पचा नहीँ पाते । चीनी बनाने की प्रक्रिया मेँ तेइस हानिकारक रसायनोँ का प्रयोग किया जाता है । चीनी डाइबिटीज़ का एक प्रमुख कारण है ।चीनी पेट की जलन का एक प्रमुख कारण है ! चीनी शरीर मे ट्राइ ग्लिसराइड को बढ़ाती है !
चीनी पेरेलिसिस अटैक या लकवा होने का एक प्रमुख कारण है । चीनी बनाने की सबसे पहली मिल अंग्रेजो ने 1868 मेँ लगाई थी। उसके पहले भारतवासी शुद्ध देशी गुड़ खाते थे और कभी बीमार नहीँ पड़ते थे ।