सूरज की रोशनी को उर्जा में बदलने की इस कोशिश ने मेलावास गांव की तस्वीर ही बदल दी है। आज ये गांव सौर ऊर्जा की रोशनी से जगमगा उठा है।
पाली जिले की मारवाड़ जंक्शन पंचायत समिति के करीब दो हजार से भी कम की आबादी वाला छोटे सा गांव हैं मेलावास, जिसकी ये बदली तस्वीर अब आस-पास के कई गांवों के लिए भी प्रेरणा बनी हुई है।
मेलावास की गलियां अब रात होने पर अंधकार में नहीं डूबती, इसकी वजह है 36 प्लेट्स व 20 बैटरी से संचालित होने वाली सौर उर्जा से चलित 160 एल ई डी रोड लाईटस।
इन स्ट्रीट लाइट्स ने गांव के अंधेरे को तो दूर किया ही है गांव के निवासियों की जिंदगी भी बदली है । इन एलएडी रोड लाईटस ने बिना किसी खर्च के गांव को रोशन किया।
गांव वाले इसका श्रेय भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी घनष्यामाम सोनी को देते हैं। जिनकी प्ररेणा से इस गांव में सौर उर्जा के इस्तेमाल को लेकर लोग जागरूक हुए।
गांव में सौर उर्जा से रोड लाईटे चलाने के साथ 15 वाई फाई युक्त सीसीटीवी कैमरे लगाऐ गए। कैमरों की निगरानी व सौर उर्जा से रात्रि में रोशनी ने गांव वासी की जीवन को बहुत आसान बना दिया है।
बिजली की बचत और गांव वालों की मेहनत से गांव की बन्जर पडी भूमि को भी नया जीवनदान मिला है। आज जरुरत है कि हम सब अक्षय उर्जा के स्रोतों का उपयोग करें और दूसरों को भी करने के लिए प्रेरित करें क्योकि अक्षय उर्जा ही देश का भविष्य है।