नई दिल्ली :संघ के प्रचारक इंद्रेश कुमार जी मानते हैं कि रक्षाबन्धन विश्व बंधुत्व और मानवतावाद के प्रतिक के रूप में मनाया जाये। इसके तहत ‘अंतर्राष्ट्रीय रक्षाबंधन उत्सव आयोजन समिति’ का गठन किया गया है, जिसमें 22 संस्थाएं शामिल हैं। 17 अगस्त को तालकटोरास्टेडियम में 3 बजे ‘विश्व रक्षाबंधन दिवस’ के रुप में एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।
इस कार्यक्रम में अनेक देशों के प्रतिनिधि, सभी जाती, पंथ, सम्प्रदाय, कथावाचक, फिल्मी-टी.वी. कलाकार, फिल्म निर्माता, गायक, खिलाड़ी, पहलवान,अनेक दलों के नेता, सैनिक, अधिकारी, कर्मचारी आदि आदि बड़ी हस्तियां शामिल होंगी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक माननीय इंद्रेश कुमार का कहना है कि भारतीय संस्कृति, एक पवित्र संस्कृति और विश्व व मानवता को एकसूत्र में बांधने वाली संस्कृति है। रक्षाबंधन का पवित्र उत्सव भाई-बहन, पति-पत्नी, व्यापारी-ग्राहक, अन्नदाता, कर्मचारी, मजदूर, सैनिक, कलाकार,खिलाड़ी, कवि, पत्रकार, लेखक, उपन्यासकार, साहित्यकार, किसी भी जाती, पंथ सम्प्रदाय, भाषा, प्रांत, दल, आदि कोई भी मना सकता हैl
साथ ही उन्होंने कहा कि खास बात यह है कि इस प्रकार का कार्यक्रम विश्व में पहली बार भारत में और राजधानी दिल्ली में हो रहा है। इसी कारण हमसब की भूमिका और जिम्मेदारी अधिक हो जाती है। मेरा मानना है हम इस कार्यक्रम के माध्यम से पूरे विश्व को विश्व बंधुत्व और भाईचारे का बहुत बड़ासंदेश देने में कामयाब होंगे l