विदिशा : मध्य प्रदेश के विदिशा में अनोखे और जुनूनी समाजसेवी विकास पचौरी हैं , वह नि:शुल्क शव यात्रा वाहन खुद ही चलाते हैं । दिन में एक दो तीन चार जितनी भी यात्राएं हो सबको मुकाम तक पहुंचाते हैं , बीते वर्षों में वह लगभग 1000 से अधिक अंतिम विदाई कर चुके हैं।
विकास पचोरी का कोई एनजीओ नहीं है ना ही यह किसी से आर्थिक मदद लेते हैं बल्कि अपने photo studio से होने वाली सीमित आय से ही यह सब सेवा कार्य करते है
हम चाहते हैं कि विकास पचोरी द्वारा सिर्फ विदिशा जिले में किए जा रहे समाजसेवी कार्य देश के अन्य स्थानों पर शुरू हो ताकि परिजन की मृत्यु के घोर शोक के समय गरीब परिवारों के पार्थिव शरीर विधि विधान से अपना अंतिम संस्कार पा सकेधन्यवाद
विकास के बारे में
1. विकास पचोरी द्वारा स्वयं की तकनीक से बहुत कम रुपयों में जुगाड़ करके शव वाहन बनाया है जिसमें अंतिम संस्कार सामग्री रखी रहती है जो कि लावारिस पार्थिव शरीरों के अलावा निर्धन , असहाय परिवारों को अंतिम संस्कार हेतु नि:शुल्क उपलब्ध रहती है
2 विकास पचोरी द्वारा जुगाड़ तकनीक से बनाया गया शव फ्रीज़र निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है जो कि पार्थिव शरीर को कुछ समय सुरक्षित रखने काम आता है
3 विकास पचौरी द्वारा मृत्यु उपरांत देहदान के 192 संकल्प पत्र भरवाए हैं एवं 5 पार्थिव शरीरों का देहदान मेडिकल कॉलेज में संपन्न हुआ है
4. विकास पचोरी द्वारा घर घर जाकर एक लाख से अधिक व्यक्तियों का नि:शुल्क ब्लड ग्रुप चेक करके परिचय कार्ड बना कर दिए एवं इनकी व्यवस्थित ब्लड ग्रुप लिस्ट बनाई जो कि रक्त की आवश्यकता होने पर पीड़ित मरीजों को काम आ रही है ।
5. विकास पचोरी ने अपने सेवा कार्यों के लिए धन जुटाने एक छोटा सा अगरबत्ती उद्योग शुरू किया है इसमें काम करने वाले सभी कर्मचारी दिव्यांग है।