इन्द्रकृष्ण भारद्वाज (बीकानेर) : कई बार ऐसा होता है कि पढ़ने वाले छात्र – छात्राओं का पढ़ाई से मन हटने लगता है, एकाग्रता नहीं बन पाती है, बहुत प्रयासों के बाद भी पढ़ा हुआ याद नहीं रह पाता है। इसी कारण से वे पढ़ाई से दूर भागने लगते है, यदि ऐसा कुछ भी होता नज़र आये तो होशियार हो जाएँ। समय रहते कुछ उपायों को करने से पढ़ाई में मन लगने लगता है, उत्साह का सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
अगर विधार्थी का पढ़ाई में मन नहीं लग रहा हो, तो नवग्रहों के रंग के अनुसार ( जैसे बुध का हरा, गुरवार का पीला आदि) नौ सुलेमानी हकीक हरे रंग के साफ कपड़े में बांधकर विद्यार्थी के अध्ययन कक्ष में रखे तथा प्रत्येक बुधवार उन्हें देखकर अपनी अच्छी शिक्षा के लिए प्रार्थना करते हुए फिर से बांध दे। इससे एकाग्रता बढ़ती है, पढ़ने में मन लगता है।
पढ़ने वाले बच्चो के गले में ब्राह्मी बूटी धारण करें। ऐसा माना जाता है कि ब्राह्मी बूटी को गले में धारण करने या सेवन करने से भी स्मरण शक्ति बढ़ती है।
शास्त्रानुसार जब आपका सूर्य स्वर (दायां स्वर) नासिका चल रहा हो, अर्थात ( नाक के दाहिने हिस्से से साँस ले रहे हो ) तब कठिन विषय का अध्ययन करें,इस उपाय से मुश्किल से मुश्किल पाठ भी शीघ्र याद हो जाता है।
विद्यार्थियों के कमरे में दीवार पर नीम की डाली लगनी चाहिए इससे कमरे में शुद्ध हवा के साथ साथ सकारात्मक उर्जा का भी प्रभाव बना रहता है ।
भगवान गणोश जी को हर बुधवार के दिन दूर्वा चढ़ाने से बच्चों में कुशाग्र बुद्धि विकसित होती है।
परीक्षा में जाने से पूर्व मीठे दही पर तुलसी के पत्ते रखकर ग्रहण करके घर से निकलें।
साधारणतया मस्तिष्क का केवल 3 से 7 प्रतिशत भाग ही सक्रिय हो पाता है। शेष भाग सुप्त रहता है, जिसमें अनंत ज्ञान छिपा रहता है। ऐसी विलक्षण शक्ति को जाग्रत करने के दोनों कानों के नीचे के भाग को अंगूठे और अंगुलियों से दबाकर नीचे की ओर खीचें। पूरे कान को ऊपर से नीचे करते हुए मरोड़ें। सुबह 4-5 मिनट और दिन में जब भी समय मिले, कान के नीचे के भाग को खींचे।
सिर व गर्दन के पीछे बीच में मेडुला नाड़ी होती है। इस पर अंगुली से 3-4 मिनट मालिश करें। इससे एकाग्रता बढ़ती है और पढ़ा हुआ याद रहता है।
उत्तर दिशा में मुंह करके पिरामिड की आकृति की टोपी पहनकर पढ़ाई करने से पढ़ा हुआ बहुत शीघ्र याद होता है। टोपी, कागज, गत्ता या मोटे कपड़े की बनाई जा सकती है।
परीक्षा के लिए घर से निकलते समय पहले दायाँ पैर घर से बाहर निकाले और परीक्षा कक्ष में भी पहले दायाँ पैर ही अन्दर रखे ।
परीक्षा के लिए घर से जाते समय किसी भी मंदिर में आधा किलो दूध देकर जाये ईश्वर की कृपा से आपमें प्रबल आत्मविश्वास बना रहेगा ।
125 ग्राम बादाम और 125 ग्राम सौंफ को मिलाकर बारीक़ कूट लें । इसको प्रतिदिन एक तोला रात में सोते समय पानी के साथ ले लें । शरीर स्वस्थ रहेगा दिमाग और नज़र दोनों ही तेज़ होते है ।
किसी शुभ मुहूर्त में लाल सुलेमानी हक़ीक को धारण करने से भी दिमाग तेज़ होता है …निर्णय लेने में आसानी रहती है ।
बच्चो की पड़ाई में सफलता के लिए शुक्ल पक्ष के ब्रहस्पतिवार को सवा मीटर पीले कपड़े में 2 किलो चने की दाल बांधकर किसी भी लक्ष्मी नारायण मंदिर में दे आयें और प्रभु से अपने बच्चो की शिक्षा में सर्वश्रेष्ठ सफलता के लिए प्रार्थना करें । ऐसा लगातार 5 ब्रहस्पतिवार को अवश्य ही करें ।
👉नोट~~~~~ आज ऐन्द्र योग में जल का दान करना शुभफलदायी है।