विदिशा : क्या आप चाहते हैं कि आपका जीवन बगैर टेंशन के सुख शांति से चले /आप अपनी जिंदगी को खुशी खुशी काटना चाहते हो ना/ आप अपनी सच्ची तारीफ भी सुनना चाहते होंगे और चाहते होंगे कि सब आपका सम्मान करें/ यही सब चाहते हो ना आप ….
विदिशा के सपूत विकास पचौरी भी यही चाहता था। जब कभी अकेला होता था तो सोचता रहता था कि ऐसा क्या किया जाए जिसके करने से मैं भीड़ में अलग दिखूं /सभी मुझे प्यार करें / मेरा मन भी सुकून पा सके /मेरे पिता मां भी इस बात का गर्व करें कि हमारा बेटा हम दोनों का नाम रोशन कर रहा है।
इसी खोजबीन में 1 दिन ईश्वर ने उसे सेवा का वह रास्ता दिखाया जिस पर चलकर अब वह सब कुछ पा चुके हैं और कहते हैं कि मैं अब अपने जीवन से पूर्ण संतुष्ट हूं ।
उन्होंने एक विशेष मुलाकात में आम जनता से गुजारिश की जे की अगर आप भी अनोखी मानव सेवा को करके मेरी तरह पूर्ण संतुष्ट होना चाहते हैं तो समझिए कि मैं किस रास्ते पर चल रहा हूं।
मैंने एक पुरानी Maruti वैन खरीदी और इसे कटवा पिटवा कर मॉडिफाई करवा कर ₹ एक लाख से भी कम कीमत में अंतिम यात्रा शव वाहन बनवा लिया और किसी की भी मृत्यु का समाचार मिलने पर इसी वाहन को लेकर मैं निशुल्क सेवा करने जाने लगा ।
अब डेड बॉडी याने के प्रभु जी को यदि हॉस्पिटल से उनके घर ले जाना हो तो स्ट्रक्चर पर रखकर कफन उड़ा कर अगरबत्ती लगाकर श्रद्धांजलि देकर वाहन में लगे ऑडियो सिस्टम पर रामधुन बजाते हुए प्रभु जी की अंतिम यात्रा शुरू हो जाती है , फिर चाहे कितनी भी दूर जाना हो या किसी भी समय जाना हो
किसी भी धर्म के हो प्रभु जी , गरीब हो या अमीर हो विकास को तो बस निशुल्क सेवा करने से मतलब है ।
उस अंतिम विदाई के समय जब विकास राम धुन सुनते हुए वाहन चलाते हुए जाते हैं और प्रभु जी की विदाई करके वापस घर आता हैं तो उनके मन को बहुत सुकून मिलता है ।
कभी ईश्वर अंतिम सेवा का आदेश देता है कि प्रभु जी को उनके निवास से मुक्तिधाम तक विदा करना है तो अंतिम यात्रा शव वाहन में अर्थी आसानी से रखा जाती है , घर से मुक्तिधाम ले जाने वाली अग्नि का पात्र भी मिट्टी के बने स्टैंड पर सुविधा से रखा जाता है , प्रभु जी को श्रद्धांजलि नमन करके स्टैंड पर अगरबत्तियां लग जाती हैं और निशुल्क अंतिम यात्रा सेवा वाहन में विकास जी के अलावा परिवार के 3 सदस्य भी आसानी से बैठ जाते हैं ।
अंतिम संस्कार में लगने वाली सामग्री जो परिजन घर से ले जाते हैं वह वाहन की डिग्गी में रखा जाती है , फिर राम धुन ऑडियो बजाते हुए प्रभु जी की अंतिम विदाई के लिए मैं धीरे-धीरे वाहन चला कर मुक्ति धाम को चल पड़ते हैं।
अगर मुक्तिधाम पर अंतिम क्रिया के समय यदि कोई सामान कम पड़ जाए या परिवार के सदस्य लाना भूल गए हो तो अंतिम यात्रा शव वाहन में विकास जी द्वारा खरीदा गया सारा सामान पहले से ही रखा रहता है जिससे विधि विधान से अंतिम संस्कार पूरा हो जाता है।
विकास पचौरी पिछले 2 साल से ज्यादा समय में 1000 से ज्यादा प्रभु जी की अंतिम सेवा में अपना सहयोग दे चुके हैं। वह कहते हैं मुझे लगता है, ईश्वर ने मुझे इस कार्य के लिए बनाया है
विकास जी का कहना है कि मैं पूर्ण संतुष्ट जीवन जी रहा हूं लेकिन एक पीड़ा हे मेरे मन में जो मुझे परेशान करती है। हर कभी अखबारों में पढ़ता हूं या TV पर देखता हूं कि परिजन की मृत्यु के बाद निर्धन लोग उस ग़हरे शोक के समय प्रभु जी को घर ले जाने परेशान होते हैं कोई कंधे पर लादकर प्रभु जी को ले जाता है तो कोई कचरा गाड़ी में डाल कर ले जाता है
पचौरी गंभीर मैन से बोले कि क्या बीतती होगी उस महाशोक के समय उन पर यह सोच कर मेरा मन बहुत परेशान होता रहता है …..मैं सोचता हूं कि विदिशा में तो यह सेवा मैं निशुल्क कर ही रहा हूं इसके साथ-साथ हमारे देश के अन्य शहरों में भी यह सेवा शुरू हो जाए।
यदि आप संपन्न है करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं लेकिन सुकून खोज रहे हैं तो थोड़े से रुपयों में यह गाड़ी बन जाएगी ।
यदि आप भी सामूहिक रूप से इस सेवा को शुरू करना हो तो आपके शहर के 15- 20 सेवक मिलकर सिर्फ ₹ एक लाख इकट्ठे करके गाड़ी बनवा कर यह सेवा शुरू कर सकते हैं ड्राइवर का वेतन और पेट्रोल का खर्च हर माह आपस में बांटा जा सकता है और फिर आपने यदि यह सेवा शुरू कर दी तो जन सहयोग भी मिलना शुरू हो जाएगा क्योंकि ऐसे पुण्य कार्य के लिए दान देने सभी तैयार रहते हैं जरूरत है कि आगे बढ़कर सेवा शुरू की जाए विकास इस कार्य में पूरा सहयोग करने को तैयार हैं, बस आप तैयार हो जाएं ।
विकास पचौरी ने कहा कि “में देश के उन ड्राइवर भाइयों से भी कहना चाहता हूं कि यदि आप अपनी नौकरी छोड़कर ₹ एक लाख से भी कम खर्च करके यह वाहन बनवा लेते हैं और निशुल्क सेवा करने की बजाय उचित रुपए लेकर भी यदि यह सेवा करते हैं तो यह आपको धन के साथ-साथ असीम मानसिक शांति देगा” .
यदि आप इस अनोखी और मन को शांति देने वाली सेवा को करने तैयार है तो विकास पचौरी से संपर्क कर सकते हैं , विकास मध्यप्रदेश के विदिशा शहर में रहते हैं। Facebook YouTube गूगल पर आप विकास पचौरी विदिशा के नाम से इस महान व्यक्ति को सर्च कर सकते हैं
………………………..
मानवता के नाते शेयर करने की कृपा करें ताकी हमारे देश में जिस बड़ी समस्या को सरकार नहीं समझ पाई है उसे हम आपस में समझकर निपटा सके ।
धन्यवाद