तेज प्रकाश शर्मा : बात चाहे एक या दो दशक पहले की हो या आज की सरकारी नौकरी को लेकर अधिकांश लोगों के मन में प्रश्न बना ही रहता है सरकारी नौकरी के लिये आज भी अधिकांश युवा प्रयासरत रहते हैं कुछ सफल हो पाते हैं और कुछ को केवल संघर्ष का सामना होता है तो आईये जानते हैं कौनसे ग्रह और ग्रहस्थितियां व्यक्ति के जीवन में सरकारी नौकरी की संभावनाओं को बढ़ाती हैं
“ज्योतिष में सूर्य को सरकार और सरकारी कार्यों का कारक माना गया है अतः सरकारी नौकरी के लिये व्यक्ति की कुंडली में “सूर्य” की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है इसके आलावा कुंडली का “दसवां” भाव हमारी आजीविका या करियर की स्थिति को दिखता है और “शनि” आजीविका या नौकरी का नैसर्गिक कारक है तथा कुंडली का “छटा’ भाव नौकरी/ सर्विस को दर्शाता है अतः कुंडली में सूर्य बली होने और उपरोक्त घटकों का सूर्य के साथ शुभ सम्बन्ध बनने पर सरकारी नौकरी की संभावनाएं होती हैं …
कुछ महत्वपूर्ण योग –
1. यदि सूर्य बलि होकर दशम भाव में बैठा हो या दशम भाव पर सूर्य की दृष्टि हो तो सरकारी नौकरी का योग बनता है।
2. यदि कुंडली में सूर्य और शनि एक साथ शुभ स्थानों में हो या शनि पर सूर्य की दृष्टि पड़ती हो तो सरकारी नौकरी का योग बनता है।
3. यदि सूर्य बलि होकर कुंडली के छटे भाव में हो तो भी सरकारी नौकरी का योग बनता है।
4. सूर्य कुंडली के बारहवे भाव में हो तो भी सरकारी नौकरी की संभावनाएं होती हैं।
5. यदि शनि “सिंह राशि” में हो और सूर्य ठीक स्थिति में हो तो भी सरकारी नौकरी का योग बनता है।
6. यदि कुंडली में सूर्य स्व-राशि(सिंह) या उच्च-राशि(मेष) में होकर बलि हो तो भी सरकारी नौकरी या सरकार से जुड़कर कोई कार्य करने का योग होता है।
7. सूर्य और बृहस्पति का योग भी यदि शुभ भाव में बना हो तो सरकार में कोई उच्च पद दिलाता है।
8. सूर्य और बृहस्पति का शुभ भावों में होकर समसप्तक (आमने सामने) होना भी सरकारी नौकरी की सम्भावना बनाता है।
” सरकारी नौकरी या सरकार से जुड़े कार्यों में सूर्य की स्थिति का ही सबसे ज्यादा महत्व होता है अतः कुंडली में सूर्य का नीच राशि(तुला) में होना, राहु से पीड़ित होना, अष्टम भाव में होना, डिग्री में कमजोर होना या अन्य प्रकार से पीड़ित होना सरकारी नौकरी या सरकार से जुड़े कार्यों में बाधक होता है और इससे मेहनत करने पर भी संतोषजनक परिणाम नहीं मिल पाते अतः ऊपर बताये गये योगो में सूर्य का बलवान होना बहुत आवश्यक है”
कमजोर सूर्य के लिए उपाय – आदित्य हृदय स्तोत्र का नित्य पाठ करें, सूर्य को रोज जल अर्पित करें, ॐ घृणिः सूर्याय नमः का जाप करें।