सुरेश भारद्वाज – उल्हासनगर, मुम्बई : कन्या के विवाह में अगर विलम्ब हो रहा हो तो – विवाह-वार्ता के समय कन्या को सदा ही नये वस्त्र पहनायें । विवाह के प्रस्ताव अगर नहीं आ रहे हैं तो – चार सप्ताह तक गुरुवार के दिन पीले और शुक्रवार के दिन सफ़ेद वस्त्र पहनायें । ध्यान रहे, किसी भी सप्ताह पहने हुये वस्त्र दुबारा ना पहनायें ।
जब भी वर-पक्ष के घर जायें तो – पहले वो पैर अन्दर रखें, नासिका से उस दिन जो स्वर चल रहा हो ।
अगर कन्या-पक्ष के लोग वार्ता के लिये वर-पक्ष के घर जा रहें हो तो – पीछे घर में कन्या अपने बाल खुले रखें, चोटी अथवा जुड़ा ना बांधे ।
विवाह योग्य किसी कन्या को किसी विवाह-उत्सव में जाने का मौका मिले तो – वहां दुल्हे अथवा दुल्हन को लगाई मेहंदी लेकर थोड़ी अपने हाथ में लगा ले ।
16 सोमवार तक शिव-मंदिर में जल चढ़ाये और माँ पार्वती का सिंगार करे और शिव-पार्वती का गठ जोड़ बांधे । जैसे विवाह के दौरान ब्राह्मण दूल्हा-दुल्हन का गठ जोड़ बांधता है ।
—- निम्नलिखित मंत्र प्रतिदिन कम से कम 11 बार और नहीं तो 108 बार जप करे ।
ॐ हे गौरी शंकर अर्धांगी यथा त्वं शंकर प्रिया ।
तथा माँ कुरु कल्याणी कान्त कांता सुदुर्लाभम ।।
नोट :- विवाह के इच्छुक लड़के विशेष ध्यान दें ।
स्त्रियों का आशीर्वाद ले और युवा स्त्रियों का अपमान ना करें ।
घर में बीमार नौकरानी ना हो – नौकरानी युवा हो तो बीमार बिलकुल ना हो ।
घर की छत से पानी ना टपकता हो ।
खट्टा खाना ना खाये और शराब-खोरी ना हो ।
अर्क-विवाह का विधान करने से विवाह-बाधा दूर होती है
नहाने से पहले सर पर दूध डालना भी विवाह- बाधा को दूर करेगा ।
वास्तु शास्त्र के अनुसार विवाह योग्य युवक-युवती जिस पलंग पर सोते हैं, उसके नीचे लोहे की वस्तुएं या व्यर्थ का सामान नहीं रखना चाहिए । ऐसा होने से उनके विवाह योग में बाधा उत्पन्न होती है।
– वास्तु के नियमों के अनुसार विवाह योग्य युवक-युवतियों को उत्तर या उत्तर-पश्चिम दिशा में स्थित कमरे में रहना चाहिए। ऐसा करने से इनके लिए विवाह के प्रस्ताव आने लगते हैं।
– वास्तु शास्त्र के अनुसार विवाह योग्य युवक-युवतियों के कमरे एवं दरवाजे का रंग गुलाबी, हल्का पीला या सफेद (चमकीला) हो तो विवाह में आ रही परेशानियां दूर हो जाती हैं।
– यदि मंगल दोष के कारण किसी के विवाह में विलंब हो रहा है, तो उसके कमरे के दरवाजे का रंग लाल अथवा गुलाबी रखने से मंगल दोष का प्रभाव कम होता है व विवाह प्रस्ताव आने लगते हैं।
– यदि कोई विवाह योग्य युवक-युवती विवाह के लिए तैयार न हो, तो उसके कक्ष की उत्तर दिशा की ओर क्रिस्टल बॉल कांच की प्लेट अथवा प्याली में रखनी चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से वह विवाह के लिए मान जाता है।
– यदि विवाह प्रस्ताव में व्यवधान आ रहे हों तो विवाह वार्ता के लिए घर आए अतिथियों को इस प्रकार बैठाएं कि उनका मुख घर में अंदर की ओर हो और उन्हें घर का दरवाजा दिखाई न दे। ऐसा करने से बात पक्की होने की संभावना बढ़ जाती हैं ।