तिथि गंडांत
जिसप्रकार गण्डमूल नक्षत्र होता है ||
उसीप्रकार तिथि गंडांत भी होता है ||
जब दो मूल नक्षत्र मिलते
तो गण्डमूल नक्षत्र बोलते है ||
इसीप्रकार तिथियाँ
नन्दा , पूर्णा का भी तिथि गंडांत होता है ||
जब ये दो तिथियाँ सन्धि पर होती है
तो उस समय को तिथि गंडांत बोलते है ||
इस समय पर शुभ कार्य वर्जित होते है ||
जो निम्नलिखित है :-
पूर्णा तिथि
5, 10, 15, 30 की अंतिम घटी या 24 मिनिट
नन्दा तिथि 1, 6, 11 की पहली घटी या 24 मिनिट