वर-वधु कुण्डली मिलाने की विधि : अब आप वर और वधु की कुण्डली को देखे जिसमें लड़के की राशि व् नक्षत्र का चरण देखना है और इसीप्रकार लड़की की भी राशि नक्षत्र को देखे ||
उदाहरणार्थ : वर की राशि मीन और नक्षत्र रेवती का प्रथम चरण वधु की भी राशि मीन नक्षत्र रेवती का चतुर्थ चरण
अब हम मेलापक सारणी के दाईं ओर ऊपर की तरफ लड़के वाले कालम में मीन राशि के रेवती नक्षत्र के कालम में नीचे की तरफ देखते है इसी तरह लड़की के कालम में मीन व रेवती नक्षत्र के कालम के सामने देखा तो उस खाने में 28गुण व् 28 के नीचे 3 लिखा है ; वह दोष है ||
3 का अर्थ—नाडी दोष
लेकिन लड़का व् लड़की के 28 गुण मिलते है तो शास्त्रो के अनुसार नाड़ी दोष समाप्त माना जाता है ||
यह विधि वर-वधु की कुण्डली मिलान वैवाहिक जीवन के लिए सर्वोत्तम है ||
एक और उदाहरण से समझिये
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लड़के की राशि तुला नक्षत्र चित्रा का तृतीय चरण
लड़की की कर्क राशि नक्षत्र पुष्य का तृतीय चरण
अब उपरोक्त के अनुसार दोनों कालम को एक प्वाइंट में मिलाते हुए देखने पर उस खाने में 11गुण लिखा हुआ देखा जो शास्त्र के अनुसार ठीक नही है ||
क्योंकि वर-कन्या के कम से कम 18 गुण मिलने ही चाहिए ||
कुण्डली मिलान में कुल 36 गुण होते है इसीको अष्टकूट मिलान भी कहते है ||
अष्टकूट का अर्थ 36 को 8 भागो में क्रमबद्घ तरीके से विभाजित करना
जैसे :-
शिवयोगी श्रीप्रमोदजी •••••••••••••••••••••••••••••••••••••
मिलान के प्रकार कुल अंक
वर्ण 1
वैश्य 2
तारा 3
योनि 4
ग्रह मैत्री 5
गण मैत्री 6
भकूट 7
नाड़ी 8
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36
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शिवयोगी श्रीप्रमोदजी
इस विधि से
36 गुणों में से कम से कम 18 गुण मिलना चाहिए ||
यदि 18 गुणों से कम गुण मिलते है तो विवाह नही करनी चाहिए ||
यदि 18 से 25 के बीच में गुण है तो
कुण्डली मिलान मध्यम श्रेणी का
यदि 25 से 28 के बीच में तो
कुण्डली मिलान श्रेष्ठ होता है ||
यदि 28 से 36 के बीच तो
कुण्डली मिलान सर्वश्रेष्ठ होता है ||
सीखिये वर-बधु की कुण्डली मिलान (अध्याय-1- भाग-1) : शिवयोगी श्रीप्रमोदजी महाराज
सीखिये वर-बधु की कुण्डली मिलान (अध्याय-1- भाग-2) : शिवयोगी श्रीप्रमोदजी महाराज
सीखिये वर-बधु की कुण्डली मिलान (अध्याय-1- भाग-3) : शिवयोगी श्रीप्रमोदजी महाराज
सीखिये वर-बधु की कुण्डली मिलान (अध्याय-1- भाग-4) : शिवयोगी श्रीप्रमोदजी महाराज
सीखिये वर-बधु की कुण्डली मिलान (अध्याय-1- भाग-5) : शिवयोगी श्रीप्रमोदजी महाराज
सीखिये वर-बधु की कुण्डली मिलान (अध्याय-1- भाग-6) : शिवयोगी श्रीप्रमोदजी महाराज
सीखिये वर-बधु की कुण्डली मिलान (अध्याय-1- भाग-7) : शिवयोगी श्रीप्रमोदजी महाराज
सीखिये वर-बधु की कुण्डली मिलान (अध्याय-1- भाग-8) : शिवयोगी श्रीप्रमोदजी महाराज
सीखिये वर-बधु की कुण्डली मिलान (अध्याय-1- भाग-9) : शिवयोगी श्रीप्रमोदजी महाराज
सीखिये वर-बधु की कुण्डली मिलान (अध्याय-1- भाग-10) : शिवयोगी श्रीप्रमोदजी महाराज
सीखिये वर-बधु की कुण्डली मिलान (अध्याय-1- भाग-11) : शिवयोगी श्रीप्रमोदजी महाराज
सीखिये वर-बधु की कुण्डली मिलान (अध्याय-2) : शिवयोगी श्रीप्रमोदजी महाराज