सूत्र-: आर्यवीर इतिहास : शाह जहान का बेटी के साथ अनाचार,–मुघलो का सच शाह जहाँ-महान मुघल-अपने दादाजी का नाजायज़ औलाद था.और खुद अपनी के बेटी के साथ सोया था क्युकी वो उसके बीवी से ज्यादा खुबसूरत थी.दुनिया ये मानती है की उसने ताज महल अपनी मरी हुई मुमताज की याद में बनाया,उस समय वो उसी बीवी से पैदा हुवा फल चख रहा था! शाह जहाँ अपने पूर्वजो से और संतानों से कोई अलग नही था,
उनमे से हर कोई एक नए तरह के लैंगिक विकृति का प्रवर्तक था. बाबर, अकबर, हुमायूँ, जहाँगीर, औरंगजेब से बहादुर शाह ज़फर तक सभी. आप जो नाम लो वो. बाबर लड़के-गुलामों से अपनी कामवासना पूरी करने में सबसे आगे था.
बाबरी मस्जिद इसी विकृति की साक्ष्य है.
हुमायूँ हुमायूँ ने निर्भया बलात्कार प्रकरण के आरोपी मोहम्मद.अफरोज की जैसी ही उम्र में अपने कामवासना को पूरी करने की सुरुवात की.वो एक नाबालिक लड़की से शादी करके अकबर का बाप बना. अकबर अकबर ने लैंगिक विकृति की सभी हदे पार कर दिया था. उसने खुद नबी बनकर किसीके भी साथ कभी भी कही भी बलात्कार करने की प्रथा की सुरुवात की. उसका एक ५००० से वी ज्यादा औरतों का शाही हरम था,उसे जवान और नाबालिक लडकियों का खास आकर्षण था. तो लिहाजा उसने अपनी बहु- जोधा जिसका असली नाम मरियम उज़–ज़मानी को भी नही छोड़ा (यहाँ हम आपको बता दे की बहोत से लोगो का भ्रम है कि जोधा बाई राजपूत थी ये बहोत बड़ा झूठ है जो वामपंथी इतिहासकारो की देंन है,..असल में वो उनके दासी की पुत्री थी जो अकबर के बेटे जहाँगीर को कूटनीति से दी थी…..तो कृपया ये भ्रम अपने दिमाग से निकाल दीजिये की राजपूत अपनी बेटिया मुल्लो को दिए थे बस इसी जोधा की वजह से जो की बहोत बड़ा झूट है लोग राजपूतो के बलिदान को भूलकर उन्हें भला बुरा कहते है).
शाह जहाँ-अकबर की नाजायज औलाद
इतने बड़े ५००० से ज्यादा स्रियो के हरम (वैश्यालय) में ,ये पता लगाना बहोत मुस्किल था कौन किस औरत को अपने बच्चे की माँ बनाता और कौन औरत किसके बच्चे की माँ बनती है. तो इसीलिए इन लोगो में परस्पर विरोधी ऐतिहासिक जानकारी मिलती है की कौन किस राजा की माँ है,तो इतिहासकारों को जो जानकारी मिलती है उसीसे तुष्टि करनी पड़ती है. मुघल सुल्तान हरम की देख रेख करने के लिए शाही परिवार के हिजड़ो और औरतों को नियुक्त करते थे,ताकि उनके योंन गुलामों और नकली बीवियों की शुद्धता बनी रहे.पर सुल्तान को उसके बेटे के गुलामों के साथ मजे करने से कौन रोकने वाला था !
उपरवाले से डरने वाले मुस्लिम समझते हैं की अपनी बहु के साथ कामवासना पूरी करना इस्लाम में लिखा है अकबर अपने हिसाब से मजहब को समझाकर अपने ही कानून बनाता था.
वो जहाँगीर को लम्बे युद्ध पर भेजकर उसके योन गुलामों के साथ मजे करता था जो की उसकी बहुये हुआ करती थी उसके बेटे की गुलाम होने के नाते.जब जहाँगीर को ये बात पता चली तो उसने राजद्रोह कर दिया.जहाँगीर को जब समझा की उसके एक बेटा असल में उसका भाई तो उसने उसे जान से मार दिया.
अकबर ने मजहब के नाम पे अपनी बहु जोधा (अलसी मरियम उज़-ज़मानी) नाम का बलात्कार किया. कौन उसका बेटा है ये वी नही जानता था यहाँ तक की राजा खुर्रम-जो की बाद मे शाह जहाँ के नाम से जाना गया. डीनए टेस्ट भी इस में मदत नही कर पाती. जहाँगीर पूरी जिंदगी अपने बेटो से लड़ता रहा.
अकबर- शाह जहान का सच्चा बाप जहाँ जहाँगीर शाह जहान से नफरत करता था ,वही अकबर उससे उतना ही ज्यादा प्रेम करता था. अकबर,एक समय,शाह-जहाँ को दूसरा सुल्तान तक बनाना चाहता.
शाह जहाँ की माँ कौन है ये बहोत बड़ी उलझन थी. कोई कहता की वो मरियम उज़-ज़मानी थी.कुछ धोखेबाज इतिहासकार जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर की जय जयकार करते है,
नबी होने के नाते,बिलकुल इस्लाम की तरह,उसने अपने आप और अपने परोक्ष निन्दको को उचित ठहराना सुरु कर दिया की क्यों उसे सब समर्थन मिलना चाहिए जो सिर्फ नबी को मिलता है.
अकबर ने घोषित कर दिया की वो चमत्कार कर सकता है. वो अपने पैर सब लोगो से धोकर लेता और जबरदस्ती से उनको एक पंक्ति में खड़ा कर अपना पैर धोया हुआ पानी पिलाता था. लोग वो पानी पिते और दावा करते की उसे बीमारियां ठीक होती है ये सब वो खुद को नबी दिखाने का दिखावा करता था.
इन सब के पीछे अकबर का खेल:
पहला,उसे दैवीय अधिकार मिल गया अपनी बहु से शादी करने का या उसके साथ सोने का. “अल-तबरी-नबी की जिवनी” के हिसाब से,नबी ने खुद की बहु से निकाह किया क्यों की अल्लाह ने उन्हें कहा की उसकी खूबसूरती को ना नाकारे क्यों नबी ने उसे नग्न देख लिया था. इस किताब में ये भी कहा गया है की उनका निकाह जन्नत में होगया था. इसी रीती के अनुसार, उसने अपनी बहु के साथ सोना सुरु कर दिया बिना शादी के.
दूसरा, फिरसे कुरान, सहीह बुखारी और नबी की जिवनी,के हिसाब से नबी ने ६ साल की बच्ची से शादी की जिसका नाम आयशा था और उसके साथ उसकी ९ साल के उम्र में योँन संबंध बनाये. नबी ऐसा किया क्यों की उसे अल्लाह का हुक्म था की तुम ये सब करो. तीसरा, नबी होने के नाते,अकबर कितने वी स्त्रियों के साथ के शादी कर सकता था और योंन संबंध बना सकता था जितनी उसकी इच्छा हो उतनी स्त्रियों के साथ बिना किसी पाबन्दी के और बिना किसी मजहब की भावनाओ को अप्रसन्न किये.
ये सब कुरान के स्पष्टीकरण पे आधारित है,जिसका ईसिस और अल कायदा जैसे आंतकवादी संघटन बलात्कार और क़त्ल करने में इस्तेमाल कर रहे है.”जब लक्ष्य ही मजहब के जरिये कामवासना को तृप्त करना.
दुनिया के किसी भी सभ्य समाज में, बहु बेटी की तरह होती है. हमारे किसी भी रिश्तेदार या दोस्त की बहु अपनी बेटी ही होती है. पुरे गाँव में किसी की भी बहु अपनी बेटी ही होती है.ये सिर्फ इन विकृतो में होता है ….
दूसरा, जोधा(असली नाम मरियम उज़-ज़मानी -अकबर जो वी सत्य का तत्व है,इतिहास कहता है की ये बस एक वासना की कहानी है जिसमे एक पिता ने बेटी के साथ अपनी कामवासना पूरी की.”बिलकुल कुछ साल पहले हुई इमरान की घटना की तरह”.
तीसरा,ये सिर्फ इतिहास ही नही है. ये वर्तमान भी है, ये हिन्दू स्त्रियों का बलात्कार,स्त्रियों का शोषण ये आज वी हो रहा है आतंकवादी और बलात्कारी अकबर के प्रसंशको के बिच. ये बहोत ही शर्म की बात है की ऐसे विकृतो को “महान” कहा जाता है, जब इनके खुद के जीवनकार इनका महिमामंडन करते है
कैसे इन्होंने लोहो के सर कलम किये, कैसे लोगो की आँखे निकाली,हजारो स्त्रियों का बलात्कार किया और खुद नबी होने झूठा दावा किया.
चौथा,अगर इस लेख का कोई वी कथन झूठा या इस्लाम विरोधी है तो,ये खुली चुनौती है सभी मुस्लिम विद्वानों और नेताओ को:
1.अकबर का पक्ष लेनेवाला या उसका बचाव करनेवाला ये सार्वजनिक रूप से घोषित कर दे की, कोई भी जो सोचता है अपनी बहु के साथ वासना पूरी करना या शादी करना(चाहे वो खुद की हो,गोद ली हुई हो,या दुरसे से रिश्ते में में हो ,या रिश्ते में न हो)विकृत है और उसे बहोत पीटना चाहिए,बहोत मारना चाहिए और उसे सबसे उच्च स्तर का विकृत समझना चाहिए.
2. कृपया ये घोषित कर की,कोई वी बेशर्म जो एक बच्ची के साथ शादी करके उसके साथ सम्भोग करना उचित ठहराता हो और उसे अधिकार बताता हो तो उसे फांसी पे लटका देना चाहिए.
3. घोषित करे की,कोई वी बेशर्म जो कुरान और हदीसो के झूठे छंद बता कर बोले की सम्मानित नबी उपर ज़िक्र की हुई घटिया हरकते किया करते थे..वो इस्लाम और मानवता का दुश्मन है.उसे महान इंसान का अपमान किया इसलिए सक्त से सक्त सजा देनी चाहिए.ऐसे मुर्ख इस्लाम के बारेमे कुछ वी नही जानते और उसके द्वारा किये गये पवित्र किताबो के भाषान्तारो पे प्रतिबंद लगा देना चाहिए.
समाजवादी पार्टी के विधायक ने कहा था की पिता और बेटी के बिच सम्भोग ये सामान्य प्रथा है.ये उन विकृतो का सच्चाई है जो समझते है की वो किसी वी स्त्री को उपभोग सकते है,बच्ची या दादी–बस उसने एकही माँ का दूध ना पिया हो.(Refer fatwa: Milk Fatwa)
पांच,हम संवेदनशील,नियमबद्ध,और काफी समझदार है,तो चलो हमे आतंकवादी और विकृतो को महान बताना बंद करे क्यों की कुछ बेवकुफो ने मुर्ख कहानियां लिखी हुई है किताबो में जो हमने बचपन में पढ़ी थी.इसी मुर्खता ने आतंकियों को हिम्मत दी है दुनिया में दहशत पैदा करने के लिए,.अगर हम दुष्टों का महिमामंडन करेंगे तो,हमे दुष्टों को ही जन्म देंगे समाज में. जोधा(असली नाम मरियम उज़-ज़मानी)
दो लोगो की शिकार थी एक उसके ससुर अकबर की जो उसके पिता समान था और एक उसके पति की. जोधा(असली नाम मरियम उज़-ज़मानी)-अकबर एक बहोत बड़ी झूठी घटना है(वामपंथी इतिहासकारों की देन जोधा की कोई वी स्त्री नही थी इतिहास में वामपंथी इतिहासकारोने बनाया हुआ काल्पनिक चित्र है जोधा जिसका असली नाम मरियम उज़-ज़मानी) दो लोगो की शिकार थी एक उसके ससुर अकबर की जो उसके पिता समान था और एक उसके पति की. जोधा(असली नाम मरियम उज़-ज़मानी)-अकबर एक बहोत बड़ी झूठी घटना है(वामपंथी इतिहासकारों की देन जोधा की कोई वी स्त्री नही थी इतिहास में वामपंथी इतिहासकारोने बनाया हुआ काल्पनिक चित्र है जोधा जिसका असली नाम नाम मरियम उज़-ज़मानी) जिसकी वजह से अनगिनत यज़ीदी स्त्रियां और हिन्दू लडकियां लव जिहाद की शिकार बनती है.इस कहानी की एक एक सच्ची प्रेम कहानी बताना एक स्त्री का सबसे बड़ा अपमान है.
( यह लेख द इंडिया पोस्ट के पाठक द्वारा भेजा गया हे अगर इसमें कुछ गलत हे तो कृपा करके हमें मेल करैं theindiapost@gmail.com)