नीरज कुमार जोशी : सुंदर दिखने की चाह हर किसी की होती है चाहे माताओं की बात करूं, बहनों की बात करूं या भाइयों की बात करूं सभी सुंदर दिखने की चाह रखते हैं इसलिए कई विदेशी कंपनियां इनकी चाह को ढाल बनाकर हजारों करोड़ रुपए का व्यापार कर जाती है लेकिन लोगों को कुछ समझ में नहीं आ पाता है।
एक फिल्म की अभिनेत्री आकर कहती है फेयर एंड लवली गोरेपन की क्रीम (सिर्फ चौदह दिन में मिले दमकती त्वचा) मैंने पिछले चार साल से हर दिन बराबर चार बार एक भैंस को फेयर एंड लवली लगाकर देख लिया लेकिन वो अभी भी खाली की काली है।
मोरल- दुनिया में ऐसा कोई सॉल्यूशन नहीं बन पाया है जो कि काली स्किन को गोरा बना दे।
अब बात करते हैं कि ये फेयर एंड लवली बनती कैसे है?
जब हमारी आजादी बचाओ आंदोलन के कुछ वैज्ञानिकों ने इस पर काम किया तो पता चला कि स्लॉटर हाउस में जानवरों का कत्ल करने के बाद उनकी चमड़ी निकाली जाती है उस चमड़ी से एक तेल निकाला जाता है जिसे विज्ञान की भाषा में टैलो कहा जाता है, यही टैलो का सौन्दर्य वर्धक क्रीम बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है।
ऐसे ही कोई अभिनेत्री विज्ञापन देती है कोई साबुन (लक्स, लिरिल, रैक्सोना, लाइफब्वॉय, डिटॉल, पियर्स….) आपको कराये दमकती त्वचा का अहसास….
क्या आप जानते हैं कि लगभग सभी साबुन में कास्टिक सोडा का इस्तेमाल किया जाता है जो आपकी स्किन को रूखा बनाता है इसलिए आप ध्यान देना कभी साबुन से नहाने के आधे घंटे बाद नाखुन या फिर किसी नुकीली चीज से स्किन पर लाइन खींचना, एक सफेद पाउडर सा निकल कर आयेगा मतलब आपकी स्किन रूखी हो चुकी है।
फिर कोई अभिनेत्री या अभिनेता पूछते नजर आयेंगे कि क्या आपके टूथपेस्ट में नमक है, क्या मसूड़ों में सूजन है, क्या दांत में दर्द है, क्या दांत में कीड़े हैं, क्या सांस की बदबू है वगैरह यदि हाँ तो (कोलगेट, क्लोजप, पेप्सोडेंट, ओरल बी, सिबाका,……) अपनाओ लेकिन क्या आप जानते हैं अधिकांश टूथपेस्ट डाई कैल्शियम फॉस्फेट से बनते हैं जो कि मरे हुए जानवरों की हड्डियों से बनाया जाता है और उसमें कुछ परफ्यूम मिलाकर सुगंध दे दी जाती है और एक फोमिंग एजेंट मिलाया जाता है जिसे केमेस्ट्री में सोडियम लॉरेल सल्फेट कहा जाता है जो कार्सिनोजैनिक है, कैंसरस है।
ऐसे ही शैम्पू भी कैमिकल से बनते हैं चाहे कोई भी शैम्पू प्रयोग करो बाल टूटने बंद नहीं होते फिर कोई अभिनेत्री आकर कहती है क्या आप तेल की चिपचिपाहट से परेशान हैं तो शांति आंवला लगाओ, बादाम तेल लगाओ आदि आदि लेकिन भाई बहनों तेल की जो चिपचिपाहट है वही तेल का असली गुण है जैसे ही चिपचिपाहट खत्म वो तेल नहीं खाली कैमिकल सॉल्यूशन बचता है क्योंकि उसे बनाने के लिए करीब दस से बारह कैमिकल लगते हैं जो बालों को और ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं।
अब आप लोग कह सकते हैं कि नीरज भाई आपने हर चीज में कमी निकाल दी तब हम क्या करें तो मित्रों आपकी सभी शंका का समाधान करना मेरा फर्ज है इसलिए सभी का जबाब भी प्रस्तुत कर रहा हूँ –
1- फेयर एंड लवली हो या फिर गोरेपन की अन्य कोई भी क्रीम हो सब आपकी स्किन को नुकसान पहुंचा रहे हैं इसलिए आप चेहरे पर नेचुरल ग्वारपाठा यानि कोरफड़ यानी एलुविरा लगाएं, संतरे के छिलके को सुखाकर उसका पाउडर बना लें, दूध से मिलाकर चेहरे पर लगाएं।
“ध्यान रखें कि आप जैसे हैं वैसे ही बहुत खूबसूरत हैं “
2- कोई भी साबुन जिसमें झाग बनता है उससे स्नान न करें तो फिर क्या करें, दूध से स्नान करें क्योंकि हमारे देश की मान्यता है,” दूधो नहाओ पूतो फलो” कभी भी मान्यता में नहीं आया कि “लक्स, लिरिल, लाइफब्वॉय, रैक्सोना, पियर्स नहाओ पूतो फलो”।
तो दूध से कैसे नहायें, एक कटोरी में लगभग आधे का भी आधा दूध ले लें और उसमें नींबू निचोड़ दें दूध फटकर गाढ़ा हो जायेगा अब एक सूती कपड़े से इसे साबुन की तरह शरीर पर लगा लें दो तीन मिनट कपड़े से रगड़ें फिर साफ पानी से नहा लें त्वचा मुलायम रहेगी और शरीर के अंदर का सारा कचरा दूध व नींबू के साथ बाहर निकल आएगा शरीर स्वस्थ रहेगा और दुर्गंध भी नहीं आयेगी।…. सप्ताह में कम से कम एक बार उबटन से नहाना चाहिए – चने का आटा, मुलतानी मिट्टी, चंदन लकड़ी का पाउडर, दूध, नींबू, संतरा आदि मिलाकर नहायें।
3- दांतो के लिए मदार, नीम बरगद, बबूल, महुआ, आम, जामुन, करंज खैर, अर्जुन आदि से दातून करने का प्रयास करें डाबर लाल दंतमंजन, पतंजलि दिव्य दंतमंजन, शांतिकुंज का गोमय दंतमंजन इस्तेमाल कर सकते हैं या 100 ग्राम त्रिफला चूर्ण, 50 ग्राम मेथीदाना चूर्ण एवं दो चम्मच काला नमक मिलाकर तवे में भून लें और सीसी में भर लें, सुबह शाम उंगली से मंजन करें
4- ध्यान रखें कि सभी शैम्पू कैमिकल से बनते हैं जो बालों को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं। यदि बाल टूट रहे हैं तो एक तांबे के पात्र में देशी गौमाता का एक गिलास कच्चा दूध लेकर दही बना लें और उसे पांच- छः दिन तक रहने दें दही एकदम हरा हरा सा हो जायेगा अब उसे बालों की जड़ों में ढंग से मालिश करें और बालों पर भी लगायें। एक घंटे बाद शिकाकाई से सिर धो लें, सप्ताह में एक बार करें और केवल तीन सप्ताह में बाल टूटने बंद।….. डैंड्रफ की समस्या है तो नींबू के रस में थोड़ा गुड़ मिलाकर सिर में लगाइए डैंड्रफ निकल जायेगा। आँवला, रीठा, शिकाकाई पाउडर समान मात्रा में मिलाकर रखें जब भी सिर धोना हो तो रात को एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच पाउडर भिगोकर रखें सुबह नहाने से एक घंटे पहले सिर पर गौमूत्र से मालिश करें और फिर उपर बताये भीगे हुए पाउडर से सिर धो लें
बाल घने, काले, मजबूत बनते हैं।
5- सिर पर सरसों के तेल या तिल के तेल (घानी से निकले हुए तेल) की मालिश करें।
धन्यवाद
स्वदेशी अपनायें, धन स्वास्थ्य और देश बचायें
जय हिंद वन्दे मातरम्