पर्यटन मंत्रालय की 24X7 टोल फ्री पर्यटक इन्फो/हेल्पलाइन नंबर 1800111363 या एक शार्ट कोड 1363 पर 20 मार्च, 2016 तक पर्यटकों के कुल 17911 फोन कॉल प्राप्त हुए हैं। 8 फरवरी, 2016 को पर्यटन और संस्कृति मंत्री डॉ. महेश शर्मा द्वारा इसका शुभांरभ करने के बाद से इस हेल्पलाइन की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। इस इंफोलाइन सेवा के जरिए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों/यात्रियों के लिए देश में यात्रा और पर्यटन से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। इसके अलावा फोन करने वाले को देश में यात्रा के दौरान परेशानी के समय क्या कदम उठाने चाहिए इस बारे में सलाह दी जाती है तथा आवश्यकता पड़ने पर संबंधित अधिकारी को सावधान भी किया जाता है।
इस परियोजना का कार्यान्वयन भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा मेसर्स टाटा बीएसएस के माध्यम से किया जा रहा है जो खुली बोली प्रक्रिया के बाद इस कार्य से जुड़ी हुई है। अनुबंध केन्द्रों द्वारा संचालित भाषाओं में हिंदी एवं अंग्रेजी के अतिरिक्त 10 अंतर्राष्ट्रीय भाषाएं शामिल हैं जिनके नाम हैं- अरबी, फ्रेंच, जर्मन, इटालियन, जापानी, कोरियाई, चीनी, पोर्तुगीज, रूसी एवं स्पेनिश शामिल हैं।
भारत में यात्रा कर रहे या यात्रा करने की योजना बना रहे पर्यटक बिना किसी परेशानी के सूचना एवं सहायता प्राप्त कर सकते हैं। पर्यटकों (घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय दोनों) द्वारा भारत में रहने के दौरान किये गये कॉल नि:शुल्क होंगे। उपरोक्त भाषाएं बोलने वाले भारत में आए अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक तथा अंतर्राष्ट्रीय कॉलर को भी संबंधित भाषाओं में प्रवीण कॉल एजेंट द्वारा निर्देशित किया जायेगा।
टूरिस्ट इंफो लाइन का केंद्रबिंदु आईईसी अर्थात सूचना, शिक्षा एवं पर्यटकों के लिए संचार है, जिसे एक हेल्प डेस्क से मदद मिलती है। यह सेवा मुख्य रूप से उन लोगों के लिए है, जो भारत के बारे में या भारत के भीतर यात्रा करने के बारे में बहुत कम जानते हैं। यह ऐसे लोगों के लिए भी मददगार है, जो भारतीय प्रणालियों को नहीं समझते और अक्सर अंग्रेजी भी नहीं जानते हैं।
पर्यटकों के खिलाफ, विशेष रूप से महिला पर्यटकों के खिलाफ अपराध से जुड़ी घटनाओं की खबरों के कारण विदेशी टूर ऑपरेटरों तथा भारत आने वाले संभावित आगंतुकों द्वारा पर्यटकों की सुरक्षा की चिंता के मद्देनजर ऐसी पर्यटक इंफो/हेल्पलाइन आवश्यकता महसूस की जा रही है। दलालों की धमकियों एवं पर्यटकों के साथ ठगी के मामलों को लेकर भी गंभीर चिंताए जताई गई थी।