मदन गुप्ता सपाटू,ज्योतिशविद्, चंडीगढ़ : यदि दांपत्य जीवन में तनाव है तो, षुक्रवार के दिन, किसी कन्या को मिश्ठान खिला कर उपहार या दक्षिणा भी दें। ऐसा 11 बार आजमाएं
म्ंागलवार की सायं हनुमान जी के मंदिर में सिंदूरी प्रषाद चढ़ाएं।
मेश या बृष्चिक राषि वाले ,लाल रंग के वस्त्र अधिक पहनें नही ंतो लाल रुमाल अवष्य रखें। आप लाल दुपटट्ा, पगड़ी , टाई , षर्ट,षाॅल, रिबन आदि का भी प्रयोग कर सकते हैं।
इन राषि वालों को महत्वपूर्ण कार्य के लिए मंगलवार का दिन भाग्यषाली रहेगा।
षिक्षा के लिए इस राषि वाले अपने घर में गमले या क्यारी में लाल गुलाब या अन्य लाल फूल अवष्य लगाएं, सफलता रहती है।
उत्साह के लिए या जब आपका मनोबल कम हो रहा हो , लाल चंदन का टीका लगाएं।
मेश या बृष्चिक राषि -लाल रंग का वाहन जीवन रक्षक रहेगा।
यदि बार बार वाहन दुर्घटना होती है तो – 8 छुहारे$ या 12 साबुत बादाम $ चांदी का चैरस टुकड़ा $मारूति दुर्घटना नाषक यंत्र,लाल कपडे में बांध के अभिमंत्रित करवा के कार ध् वाहन के ग्लोव में या स्कूटर की डिक्की में मंगलवार सुबह रखें । एक चांदी का चैरस टुकड़ा वाहन चलाने वाले की पाकेट / पर्स में रखे ।
गाड़ी षोरुम से बाहर निकालने से पहले एक पानी वाले नारियल पर रौली से स्वास्तिक का चिन्ह बना के एक बार में तोड़ें। प्रषाद बांट दें।
नौकरी में बाधा दूर करने हेतु, मेश राषि वाले षिवलिंग पर, हर सोमवार जल चढ़ाएं।
बार बार नजर लगने पर हर मंगलवार की षाम बच्चे के उपर से 8 सूखी डंडी वाली मिर्चे 7 बार उल्टा घुमा के आग में जला दें।
थ्जनकी कुंडली में मंगल नीचा राषि का है या मंगलीक हैं, या मंगल की दषा है या मंगल कमजोर है, -मंगलवार के दिन इनमें से कोई एक वस्तु मंदिर /गुरूद्वारे / लंगर / या युवा ब्राहमण /मंागने वाले को दान दें- गेहूं, , मक्की, लाल मसर,
की दाल,गुड़,लाल फूल, लाल फल- अनार ,सेब, लाल मिठाई, टमाटर, बदाना, गुलदाना,केसर,लाल चन्दन, ंिसंदूर,नारियल जटा वाले,मीठे रोट, मीठी रोटियां, रेवडि़यां, तांबे का बर्तन आदि ।यह दान केवल युवा ब्राहम्ण या जवान मांगने वाले को ही दें तभी इसका पूर्ण फल मिलेगा ं । बच्चों को दोपहर के समय टाफी बांटें
मंगलवार को व्रत रखें ।-षाम को एक समय भोजन करें। बिना नमक के तरल वस्तुएं लें जैसे- दूध,फल,लस्सी आदि। षाम को लाल चंदन,लाल फूल,धूप,
यदि संम्भव हो तो इस मन्त्र का जाप करें-ओम् क्रां क्रीं क्रौं सः भैामाय नमः 10000 बार।
छोटे भाई की मदद करें
ओम क्रां क्रंी क्रौं भौमाय नमः का पाठ करें।
मंगल दोश के लिए, नारियल पर तिलक लगा के लाल कपड़े में बांध कर , मौली लपेट कर 3 मंगलवार जल प्रवाह करें।
ऽ – यदि कन्या का विवाह में विलंब हो रहा हो तो ,7 मंगलवार मंगला गौरी का व्रत रखें।
ऽ -हरी सौंफ लाल कपड़े में बांध के ष्यनकक्ष या अपने तकिये के नीचे मंगलवार की रात अपने जन्मदिन तक रखें , बाद में प्रवाहित कर दें ।
-षत्रु दमन के लिए, साल में एक बार मंगलवार या षनिवार हनुमान जी के मंदिर में लाल झंडा ,सिंधूर $ चमेली का तेल$ लाल वस्त्र चढ़ाएं और महीने में एक बार ,मूर्ति के दाएं पैर से तिलक लेके षरीर पर लगाएं ।हनुमान चालीसा पढ़ें।संभव हो तो मंगलवार का व्रत रखें। मंगल एवं षनिवार मांसाहारी भोजन या मदिरा न लें।
ऽ -षनिवार की सायं हनुमान जी के मंदिर में एक नारियल और लाल रंग का प्रषाद चढ़ाएं ।नारियल आधा तुड़वा के मंदिर में बांट आएं ,आधा खा लें।
ऽ -मंगल को बन्दरों को चने$गुड़ दें
ऽ – सिंधूर$चमेली के तेल का लेप हनुमान जी की प्रतिमा पर करें। चरणों में एक पानी वाला नारियल $250 ग्राम उड़द $ दक्षिणा रखें।चांदी का वर्क सारी मूर्ति पर लगाएं। वर्श में 13 मंगलवार या षनिवार सायंकाल करें ! हनुमान जी की मूर्ति से सिंदूर षरीर घर या दूकान पर लाके प्रवेष,द्वार की दीवार पर स्वास्तिक चिन्ह /षुभ लाभम् बनाएं / कीमती वस्तुओं कार , तिजोरी आदि पर लगाएं
ऽ – हनुमान चालीसा पढंे या कैसेट सुनें
ऽ – लाल गाय / ब्राउन कुत्ते को तंदूरी मीठी रोटियां मंगलवार खिलाएं
ऽ – घर में कलह निवारण हेतु, मिट्टी के बर्तन में षहद भर कर मंदिर / घर पर रखें ।
ऽ -मंगल ग्रह की तांबे की मूर्ति या मंगल यन्त्र अपने पूजा ग्रह में प्रतिश्ठित करें
ऽ -बन्दरों को भुने चने दें
ऽ – मूंगे की माला से इस मंत्र का हर मंगल वार 108 जाप रोज करें- ओम क्रां क्रीं क्रौं भौमाय नमः ।
ऽ – इस मंत्र का जाप – ऐं क्लीं सौः / ओम् अं अंगारकाय नमः ,/ ओम् क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः , हर मंगलवार करें।
ऽ – बजरंग बाण / हनुमान चालीसा का पाठ करें।
ऽ – पेैतृक संपत्ति में आ ही अड़चन के लिए, कमलगटट्े की माला प्राण प्रतिश्ठा करवा के लाल वस्त्र में बांध के तिजोरी में रखें –
ऽ – संबंध सुधारने के लिए ,मंगलवार को अपनी बहन/ बुआ को लाल कपड़े और लाल डिब्बे में मिठाई दे के विदा करें।
. विद्युत चालित वस्तु उपहार में न लें
ऽ – यदि बार बार फै्रक्चर हो या चोट लगे तो महीने के एक मंगलवार को 125 ग्राम सिंदूर साफ जल में प्रवाहित करें या हनुमान जी की मूर्ति पर चढ़ाएं – एक्सीडेंट
ऽ – महीने के एक मंगलवार तांबे की गड़वी में गुड़ या हलुवा सायंकाल 4 मंगलवार चढ़ाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं ।
ऽ – पानी वाले नारियल पर मौली लपेटें, सिंधूर का तिलक लगाएं और 13 मंगलवार प्रवाहित करें ।
ऽ – जिन कन्याओं के विवाह में विलंब हो रहा है या मंगलीक हैं, 21 मंगलवार हनुमान जी के मंदिर में हनुमान चालीसा श्रद्धा से अर्पित करें।
आप देखेंगे कि कुछ दिनों में ही आपके जीवन में सुधार आना षुरु हो जाएगा।