सुरेश आर्य भट्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष,हरित क्रान्ति भारीतय सेना : इतिहास गवाह है मेरा भारत देश वीरों की कर्म भूमि रहा है ,जिसमे लाखों क्रांतिकारियों वीर सपूतों ने अपनी पूरी जिंदगी भारत माता के नाम कर दी !भारत माता के लाडले उन क्रांतिकारियों ने अपनी जिंदगी इसलिए कुर्बान की की मेरे भारत वर्ष में हर कोई सुखी और समृद्ध बने हमें किसी भी प्रकार की गुलामी सेहन न करनी पड़े ! लेकिन अफ़सोस आज हम खुद उस आज़ादी बचाने में भी कामयाब नहीं है!
श्रद्धेय राजीव दिक्सित जी ने कहा था आज भी ३००० से भी ज्यादा कानून ऐसे है जो अंग्रेजो द्वारा बनाये गए थे आज भी हमारे सर पर तलवार की तरह लटक रहे है जिनमे से एक है, भूमि अधिग्रहण !भूमि अधिग्रहण एक ऐसा कानून है जिसका किसानो को इतना नुकशान हो सकता है जिसकी भरपाई शायद आने वाली जेनरेशन भी न कर सकें !अगर कृषि नहीं रहेगी तो कृषक नहीं रहेगा ,अगर कृषक नहीं रहेगा तो हमारे लिए खाने का अनाज भण्डारण कहाँ से उत्पन्न होगा कहाँ से सब्जियां आएँगी,कहाँ से मशाला उत्पन्न होगा ! आज इस भूमि अधिग्रहण कानून को लेकर देश के किसान और आम आदमी सभी मोदी सरकार के खिलाफ खड़े है ! कृषि एक बहुत बड़ा कारोबार है अगर मोदी सरकार चाहे तो खेती को एक बहुत बड़ी इंडस्ट्री के रूप में भी ले सकते है जिस पर ध्यान देने की सख्त जरुरत है !
आज मेरे भारत देश की जो व्यथा दिन प्रतिदिन ख़राब होती जा रही है जिसका दायित्व और किसी पर नहीं बल्कि हम पर ही जाता है !आज जितनी साइंस ने तरक्की की है उतना ही हम कर्ज के निचे आ चुके है आज मशीनी युग है जिसके कारन हमने अपनी माता कहने वाली गए को अपनी चारदीवारी से बहार निकाल दिया मशीन से काम लेने लगे उन मशीनों में लगने वाले पेट्रोलियम पदार्थों ने हमें और हमारी सरकार को करजबंध बना दिया !अगर हम सचमुच में भारत माता की सेवा करना चाहते हो ,अगर आप सच मुच् भारत माता के पुत्तर कहलाने के हक़दार बनना चाहते हो तो संकल्प लेना होगा की कूड़े कचड़े पर घूमने वाली गए को अपने चार दिवारी में लाकर उसकी सेवा करना सुरु करेंगे तभी आप कर्ज मुकत हो पाएंगे ! अगर कोई गौ दूध भी नहीं देती तब भी गोबर और गौ मूत्र भी इतना बेशकीमती है की अगर आप चाहो उस गोबर और गौ मूत्र से बंजर से बंजर जमीन को भी हरा भरा कर सकती है
गौ माता कहने भर से क्या माता बन जाएगी ???? नहीं—- माता का मान सम्मान किया जाता है तभी आपके मुंह से माता का सब्द अच्छा लगता है ! एक बात आप सबसे पूछूं तो क्या माता किसी से कुछ लेती है कभी सुना है अपने की माता किसी से कुछ लेती है –उत्तर नहीं माता कभी किसी से कुछ नहीं लेती बन्दुवार वो तो अपना सब कुछ अपने बच्चो को दे देती है फिर गौ माता किसी पर भर बन सकती है क्या अपने कभी अनुमान लगाया है की गौ रुखा सुखा घास खा कर भी आपको कितनी कीमत वपिश लौटा देती है क्या अपने अनुमान लगाया है ! १.सबसे कीमती उसका दूध माँ के दूध की क्या कोई कीमत लगा सकता है २ उस दूध के औषधीय गुणों की कितनी कीमत हो सकती है ३ गौ के दूध में कैंसर तक के रोगों को दूर करने की क्षमता है!
गौ मूत्र बेशकीमती दवा है जिससे बहुत सी ला इलाज बिमारियों का इलाज गौ मूत्र से संभव है,१ पेट की खरबी गौ मूत्र से ठीक हो जाती है २ लिवर फैटी होने से गौ मूत्र बहुत अच्छी औषधि है ३ मोटापा अधिक होने से गौ मूत्र ३ चमच गन गुने पानी में मिलकर ३ समय लेने से मोटापे को कम कर सकता है !४ चरम रोगों में गौ मूत्र बहुत काम करता है ब्लड प्रेस्सर में भी गौ मूत्र दवा के रूप में लिया जा सकता है! कई प्रकार की औसधिए निर्माण में भी गौ मूत्र का प्रयोग जरुरी होता है !गौ मूत्र में एक और खाशियत है जो विष को भी अमृत तुल्य बना देती है जैसे खेत में दाल दिया जाये तो ज़हरीले कीट नाशक और रशयनिक खाद का असर भी काम कर देती है !आयुर्वेदिक औषदीयों में शुद्धिकरण का प्रयोग गौ मूत्र में इसलिए होता है की उनको विष मुक्त बने जा सके !
आज चाहे जितना भी बड़ा वैज्ञानिक युग क्यों न हो लेकिन फिर भी हम दावे के साथ कह सकते है की आज हर किसान ट्रेक्टर को छोड़ कर गौ पालन करके बैल से खेती करे गौ गोबर और गौ मूत्र से खाद बनाये और गौ मूत्र और नीम के पत्तों से कीट नाशक बनाये घर में तुलसी लगाये अपने खेत में काम से काम पांच से सात नीम के पेड़ लगाये नीम के पेड़ के साथ गिलोय की बेल लगाकर नीम के पेड़ पर चढ़ाये ! घर में सभी देशी गौ माता का दूध पिए यहाँ पर देशी सब्द इसलिए लाग्या क्योंकि की अमेरिकन गाये १०० प्रतिशत गए नहीं है क्योंकि वो सूअर और गाये २ जिंसों के मेल बनायीं मिलवाती गए है जिसका दूध भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है उसको हम गाये नहीं मानते ! हमारी भारतीय नशल की गए ही हमारी देशी गए है जैसे थारपारकर , साहिवाल गौरी नशल ,गिर गए इत्यादि इत्यादि इन्ही नश्लों में से ही बैल खेत में काम करने के लिए रखने चाहिए जो शुद्ध भारतीय नशल के हो!
गौ गोबर से गोबर गैस प्लांट लगा कर अपने घर का कीमती ईंधन बचाःया जा सकता है ,जिसकी स्लरी से उत्तम किसम का देशी खाद प्राप्त कर सकते है ! गोबर अधिक मात्र में हो तो गोबर गैस प्लांट बड़ा लगा कर बिजली की जगह पर भी काम लिया जा सकता है इसके लिए इंजन स्पेशल लेना होगा जो बिजली में कन्वर्ट का दे !गए के गोबर से भी कई पर्कार की दवा बनायीं जा सकती है या दवा बनाने में गौ का गोबर सहायक होता है !चार्म रोग में गोबर मशलने से ठीक हो सकते है कई आयुर्वेदिक भष्मो का निर्माण भी गौ के गोबर से बने उपले ही कार्य में लिए जाते है !
आज मशीनों की जगह पर बैल से काम लिया जाये अगर हम बिजली या पेट्रोलियम पर निर्भर होने की बजाये हम आज बैल पर निर्भर हो जाएँ और उन्ही पर भरोसा करें तो हम अपने देश की बहुत बड़ी राशि जो पेट्रोलियम खरीदने में खर्च होती है जिसके बदले सरकार को अपने रूपये डॉलर में खर्च करने पड़ते है जिसके कारण हमारे रूपये की कीमत निचे गिर जाती है उससे हम अपने आपको और सरकार को कर्ज से छुटकारा दिलवा सकते है !हमारी सरकार को हर साल ज़ेहर खरीदने के लिए ९० हज़ार करोड़ सो रूपये खर्चने पड़ते है जिन रुपयों का ज़ेहर हमारी रागों में नशों में खून के साथ परवाह करता रहता है जिस ज़ेहर खाने के बाद हमें हॉस्पिटल और डॉ के चक्क्र भी काटने पड़ते है महंगी महंगी दवा भी खरीदनी पड़ती है ! जिसका साइड इफ़ेक्ट और रिएक्शन भी बहुत होता है
जो सच्चे मन से देश भगति करना चाहते है ,जो राष्ट्र भगत है ! अपनी धरती माता को प्यार करते है भारत माता को चाहते है , तो सबसे पहले उसको गौ माता से प्यार करना सीखना होगा उसकी पीड़ा को अपनी पीड़ा समझना होगा गौ माता को उसका हक़ दिलवाना होगा उसके लिए लड़ना होगा
गोचर भूमि के लिए सरकार से लड़ना होगा ,बहार कूड़े कचड़े के ढेर पर से गए को हटा कर अपनी चार दिवारी में लेकर उसको सम्मानित करना होगा ,तभी हमारी भारत माता खुश रह पायेगी !बूचड़खाने बंद करवाने होंगे जिसमे गौ माता को बेदर्दी से काटा जाता है ! गौर करें अगर आपको बचा सकती है तो गौ माता ही बाच1 सकती है बड़े से बड़े संकट को गौ माता दूर कर सकती है !