राजन श्रीवास्तव, कानपुर : आज बहुत से विपक्षी दल के लोग पूछते हैं की भाई ये तो बता दो की अच्छे दिन कब आएंगे, वह सब जानते हुए भी मजबूरी में पूछते हैं की अच्छे दिन कब आएंगे जबकि वह यह भी जानते हैं की मात्र गोभी , टमाटर, आलू एवं दाल सस्ते होने से अच्छे दिन नही आएंगे…
कभी भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था हमारे देश में गरीबी नहीं थी दूसरे देशों से लूटेरे इस सोने की चिड़िया को बहूत लूट लूट कर ले गए हमारे पुराने मंदिर गवाह हैं की हमारे पास कितनी उन्नत वास्तुकला थी की आज भी हजारो सालो से हमारे मंदिर अभी तक सुरक्षित हैं आज पूरे संसार में जब भारत फिर मोदी जी के प्रयासों द्वारा जाना जा रहा हे और चारो और भारत की जय हो रही है परन्तु हमारे ही देश के कुछ लोग अपने राजनितिक स्वार्थ के लिए बार बार पूछते नजर आते हैं की अच्छे दिन कब आएंगे
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा अमेरिकी सांसद में दिए गए भाषण से अमेरिका वाले इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने उनके नजरिए को “मोदी सिद्धांत” का नाम दे दिया और अमेरिका की सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिस्वाल ने कहा मोदी सिद्धांत में विदेश नीति को नई दिशा दी है इतिहास की हिचकिचाहट को दूर किया है क्या दोस्तों यह अच्छे दिन नहीं हैं मेरे विचार से विदेशो में भारत का इतना मान-सम्मान आजादी के बाद आज ही हो रहा हे वास्तव में खोया हुआ सम्मान पाना ही अच्छे दिन होता हे
चलो अब मोदी जी द्वारा भारत में किये गए उन कार्यो का जायजा लिया जाये जिसे विपक्ष आँख बांध कर देख रहा हे आप सब जानते हैं की मोदी जी ने देश में चल रहे तकरीबन 36000 करोड़ रूपये का सालाना घोटाला बंद कर दिया हे दोस्तों यह अच्छे दिन का संकेत नहीं देता. आज एक गरीब माँ को फ्री में गेस का कनेक्शन मिलता हे तो क्या यह अच्छे दिन की सुरुवात नहीं लगती और आज मोदी जी सभी गावों तक बिजली पंहुचा रहे हैं और अब तक करीब 8000 गाँवों में बिजली पहुँच गई तो यह केसे हो रहा हे क्या भाई यह अच्छे दिन नहीं हैं मुद्रा योजना के अंतर्ग्रत गरीब को आसानी से लोन मिल रहा हे फ्री में कौशल शिक्षा प्रदान करवाई जा सराहे है क्या यह अच्छे दिन नहीं हैं एल इ डी बलब सस्ते मूल्य में प्रदान करवाकर बिजली बचाना अच्छे दिन को नहीं दर्शाता गावं गवां में ग्राम ज्योति योजना का लाभ पहुचना भी अच्छे दिन ही है मेरे भाइयो
किसान भाइयो की फसल में होने वाले नुकशान के भरपाई की लिए कारगार कदम उठाना मोदी सरकार का एक अहम् कार्य हे , किसान भाइयो के लिए इ नेशनल एग्रीकल्चर मार्किट बनवाना किसान को मोबाइल में ही खेती सम्बन्धी सुविधाएँ प्रदान करना और साइल हेल्थ कार्ड बनवाना क्या मेरे भाइयो को किसान को दी गई सुविधा अच्छे दिन नहीं लगते किसान भाइयो को अधिक से अधिक जानकारी प्रदान करवाने के लिए एक किसान टीवी चलवाना कॉल सेण्टर बनवाना जो हर संभव किस्सान भाई की मदद कर रहा हे
तकरीबन 2000 करोड़ के घाटे में चल रही BSNL आज करोडो का मुनाफा कर रही हे तो क्या यह अच्छे दिन नहीं हैं भाई लोगो ये सब सरकार के काम का ही नतीजा है क्या आप यह भूल गए हो भ्रष्टाचार के चलते जिन 214 कोयला खदानों का आबंटन सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था,उनमे से केवल 35 की नीलामी 3 लाख करोड़ की आमदनी बिना भ्रष्टाचार सरकार के बिना काम किये कैसे हो गई, क्या आपको यह अच्छे दिन नहीं लगते
आज गावं गावं में बिना टॉयलेट बन रहे हैं अभी तक लगभग एक करोड़ 10 लाख बन चुके हैं तो यह सब क्या हे गरीब से जा कर पुछो वह बताएगा की ये उसके अच्छे दिन हैं बिना मोदी सरकार के कुछ काम किये भारत में विदेशी निवेश उच्च्तम स्तर पर कैसे पहुँच गया क्या यह अच्छे दिन में नहीं आता , भारत आज भ्रमोस मिसाइल निर्यात करने के लिए तैयार हे जो पिछले कई सालो से नहीं हो प् रहा था तो ये क्या हे मेरे भाई
आज भारत को MTCR (Missile Technology Control Regime) में शामिल कराया गया क्या यह भी अच्छे दिन नहीं हे अब जल्दी ही भारत NSG (Nuclear Suppliers Group) में आने वाला हे क्या ये अच्छे दिन नहीं हैं और अमेरिकी कंपनी वेस्टिंगहाउस ने भारत में 6 परमाणु प्लांट लगाने
का फैसला किया और भारत से चोरी करके ले जाई गयीं 200 दुर्लभ मूर्तियाँ वापस लायी गयींक्या भाईयहसब अच्छे दिन को नहीं दिखता
आज पूरा संसार योग दिवस मन रहा हे क्या ये अच्छे दिन नहीं हैं आज भारत अपना खोया हुआ सम्मान पाने के लिए अग्रसर हैं क्या खोया हुआ सम्मान पाना अच्छे दिन नही है ? भाई कोई इन लोगो से यह जरूर पूछें की अच्छे दिन क्या होते हैं ?
(ऊपर लिखे विचार लेखक के स्वतंत्र विचार हैं अगर आपको कुछ गलत लगे तो कृपा करके हमें मेल करैं theindiapost@gmail.com)