नरौतम भट्ट, देहरादून : दोस्तों जरा सोचो आज हमारे देश में कुछ युवा देश विरोधी गतिविधियों में इतनी दिलचस्पी क्यों लेने लगे हैं इन सब के पीछे कौन हे और आज हमारी पुलिस लाचार पढ़ गई हे, आज जवाहर लाल विश्व विद्यालय का छात्र हमारे सेनिको को बदनाम कर रहा हे ऐसा क्यों ? क्या देश के हित में मात्र भाजपा ही अकेली रह गई हे यह लड़ाई केवल भाजपा की नहीं हमारे स्वाभिमान की हैं आप जिसे भी वोट डालें पर देश के लिए एक हो जाओ , जरा सोचो क्या …..
क्या कोई अमेरिका की यूनिवर्सिटी में यह नारा लगा सकता है ” लादेन हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा है”?
क्या कोई रूस की यूनिवर्सिटी में चेचेन के समर्थक में नारा लगा सकता है ?
क्या कोई फ्रांस यूनिवर्सिटी में इस्लामिक स्टेट के समर्थन में नारे लगा सकता है ?
क्या कोई पाकिस्तान में भारत के समर्थन में नारे लगा सकता है ?
क्या चीन की किसी भी जगह, जापान और तिब्बत की समर्थन में नारे लगा सकता है?
तो भाइयों यह सोचने का वक्त आ चुका है , की यह बीमारी हमारे देश में कैसे आइ क्यों आइ और कौन हे इसके लिए जिम्मेदार , जिन्होंने ने हमारी यूनिवर्सिटी के कुछ युवा को देश के खिलाफ देश में ही रह कर गली देना सिखा दिया , पहले तो कश्मीर में ही देते थे अब दिल्ही ही रुला डाली , सभी शहीदों की आत्माए दुखा डाली इन गदारो ने, जरा सोचो इन्हें यह कौन कह रहा हे की अपने देश को जितनी मर्जी गालियां दो हम तुम्हें बचा लेंगे यह जहर किसने पनपने दिया भाइयों जरा सोचिए आप किसी भी राजनीतिक पार्टी से संबंध रखते हैं पर यह देश आपका है आप अपने विचार जरूर लिखें
मैं स्वाति वर्मा आज कसम खाती हूं देश विरोधी लोगों का साथ देने वाली राजनीतिक पार्टियों को मैं अपने घर के अंदर कदम नहीं रखने दूंगी इन लोगों ने मात्र अपने निजी स्वार्थ के लिए देशद्रोहियों का साथ दे कर आज मेरे परिवार जनों को बहुत शर्मिंदा किया है मेरे दादाजी बहुत सालों तक कांग्रेस के गुण गाते रहे उसी को देख मेरे पिताजी और मेरा बचपन भी कांग्रेस के बीच में ही बड़ा हुआ लेकिन आज मुझे शर्म आती है जो कांग्रेस के नेता देशद्रोहियों का साथ दे रहे है केजरीवाल का तो हमें पता ही था वह तो देश द्रोही है लेकिन उसने अपने झूठे वादों में दिल्लीवासियों को फंसा लिया आज वह पंजाब में आने की बात कर रहा है पंजाब में भी मात्र वही लोग उसका साथ दे रहे हैं जो किसी ना किसी तरह से पंजाब के विरुद्ध बातें करते हैं असली पंजाबी उसके साथ नहीं हैं मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मेरे जीते हुए कांग्रेस के इतने गंदे दिन आ जाएंगे कि वह देशद्रोहियों का साथ देने लगे