आयुष पाण्डेय , देहली : मेरे देश वासियों भाई राजीव दीक्षित समर्थक पुरे देश में हैं , आज हम सब को उनकी सोच को आगे बढ़ने के लिए एक साथ होना होगा आज। भारत में जो भी स्वदेशी परिवर्तन दिख रहा हे वह सब भाई राजीव दीक्षित जी के मार्ग दर्शन का ही नतीजा हे चाहे आज वह हमारे बीच में नहीं हैं परन्तु उनके एक एक शब्द हमारे कानो में गूंजते हैं । हम उनके व्याखानो को आगे बढ़ाते रहेंगे ।
साथियो राजीव दीक्षित जी ने अपने व्याख्यानो के माध्यम से सैकडो बिषयो पर अपने अनमोल विचार व्यक्त किऐ है जिनको जन-जन तक पहुंचाने के लिए हम सभी अपने अपने स्तर पर कुछ ना कुछ करते रहते है लेकिन मेरा ऐसा मानना है कि राजीव जी के एक एक विचार को लोगो तक पहुंचाने की बजाय यदि हम राजीव जी को ही लोगो तक पहुंचा दे तो उनके सारे बिचार अपने आप लोगो तक पहुँच जाऐगे और यह ज्यादा कारगर और आसान भी होगा ।
वैसे इस कार्य को आंशिक रुप से हम आप सभी सोशल मीडिया और अन्य माध्यमो से करते ही रहते है इसी क्रम मे आज से हमे एक और कार्य करना है जैसे- “You tube मेँ जाकर RAJIV DIXIT को सुने…” या और कुछ जिससे लोगो मे राजीव जी को जानने की जिज्ञासा पैदा हो । यह संदेश नोट पर मौजूद खाली सफेद स्थान पर बिल्कुल छोटे छोटे अक्षरो मे लिखे ।
ये नेता अभिनेता और उद्योगपति जिन्हे राजीव जी काले अंग्रेज कहते थे जो देश को लूट रहे है, देश को बिदेशी कंपनियो को बेच रहे है कंगाल कर रहे है देश का पैसा बिदेशी बैको मे जमा कर रहे है उनसे ये लाख गुना अच्छा है, अंग्रेजो को भगाने के लिए हमारे देश के कान्तिकारियो ने ट्रेन भी लूटी, एसेबली मे बम भी फेका और मौका मिलने पर अंग्रेजो को मौत के घाट उतारने से पीछे नही हटे ।
हम तो उनसे हजारो कदम पीछे है आजके इन काले अंग्रेजो को भगाने के लिऐ हम इतना तो कर ही सकते है और वैसे भी ये सारे कानून तो अंग्रेजो के बनाऐ हुऐ कानून है जिनके बारे मे राजीव जी कहते थे की इन्हेँ जला देना चाहिऐ । साथियो यह एक ऐसा तरीका है जिससे हम राजीव जी को हर उस व्यक्ति तक पहुंचा सकते हैं जो इंटरनेट स्तेमाल करता है चाहे वो देश के किसी भी कोने मे हो । यह काम हमे तब तक करना है जबतक इसी तरह के नोट खुद हमे मिलने ना लगे । कुछ लोग पहले नजरंदाज करेगे लेकिन बार बार इस तरह के नोट मिलने पर वो जरुर राजीव जी के बारे मे जानने के लिए प्रयास करेगे ।
आप सोचिये यदि राजीव दीक्षित जी को अच्छी तरह से जानने वाले लोग जिनकी संख्या आज पूरे देश मे हजारो मे है उनमे से मात्र 5% लोग भी अगर ऐसा करने लगे तो राजीव जी के विचार पूरे देश मे इतनी तेजी से फैलेगे जिसकी हम कल्पना भी नहीँ कर सकते क्योकी आपका लिखा हुआ एक नोट हजारो लोगो तक जायेगा, आज किसी के हाथ मेँ कल किसी और के हाथ मे और परसो किसी और के हाथ मेँ । बहुत सारे कार्यकर्ता पहले से ऐसा कर रहे है हमे डरने की नही बल्कि आक्रामक होने की जरुरत है ।
राजीव जी के विचारो को जन जन तक पहुंचाने के लिऐ हमे हर छोटी से छोटी कोशिश करनी होगी क्योकी समय बहुत कम है और देश के खिलाफ साजिसे अपार है यदि हमने और तेजी से लोगो को नही जगाया तो ये देश नही बचेगा ।